भोपाल। अस्पतालों में ऑक्सीजन सेफ्टी ऑडिट के लिए नगर निगम के अपर आयुक्त सीपी गोयल की अध्यक्षता में टीम गठित की गई थी, जिसके तहत नगर निगम के अधिकारियो ने अलग-अलग अस्पतालों में जाकर ऑक्सीजन सेफ्टी ऑडिट किया. इस दौरान कई खामियां सामने आई हैं. अपर आयुक्त ने बताया कि राजधानी के 124 सरकारी और निजी अस्पतालों का ऑप्शन ऑडिट किया गया. इनमें जवाहरलाल नेहरू कैंसर हॉस्पिटल, चिरायु एलबीएस सहित 100 से अधिक विभिन्न अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति और सेफ्टी का निरीक्षण किया गया.
भोपाल के 100 से ज्यादा अस्पतालों का हुआ oxygen ऑडिट, मिली खामियां
नगर निगम के अपर आयुक्त की अध्यक्षता में गठित टीम ने अस्पतालों में जाकर ऑक्सीजन सेफ्टी ऑडिट किया. टीम को निरीक्षण के दौरान अस्पतालों में कई गंभीर खामियां मिली हैं, जिसकी रिपोर्ट तैयार कर ली गई है.
खामियों को सुधारने के दिए निर्देश
गोयल ने बताया कि निरीक्षण के दौरान अस्पतालों में कई गंभीर कमियां मिली हैं, जिनमें ऑक्सीजन का बल्क स्टोरेज, अग्निशमन यंत्रों का ना होना और प्लांट में टेक्निकल क्वालिफाइड ऑपरेटर ना होना. जैसी मुख्य कमियां देखने को मिली हैं. इस संबंध में संबंधित अस्पताल प्रबंधन को लिखित रूप में सूचना दी गई है. साथ ही निर्देश दिए गए हैं की ऑक्सीजन सेफ्टी से संबंधित सभी कमियां दुरुस्त की जाएं.
कलेक्टर को सौंपी जाएगी रिपोर्ट
राजधानी के अस्पतालों में नगर निगम की टीम को जो खामियां मिली हैं उनकी सूची तैयार कर ली गई है. अभी तक 124 अस्पतालों का निरीक्षण किया जा चुका है. यह रिपोर्ट कलेक्टर कार्यालय में प्रस्तुत की जाएगी.
कोरोना के घटते आंकड़ों का सच! जांच के लिए 'ऊपर' से मना है
CMHO करेंगे अस्पतालों पर कार्रवाई
नगर निगम अपर आयुक्त ने बताया कि अस्पतालों की ऑक्सीजन ऑडिट सेफ्टी रिपोर्ट के आधार पर सीएमएचओ कार्यालय द्वारा कार्रवाई की जाएगी. सुधारात्मक परिणाम नहीं आने पर सीएमएचओ कार्यालय अपने स्तर पर अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई कर सकता है.