भोपाल। मध्य प्रदेश में जारी जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल का आज दूसरा दिन है. हड़ताल के दूसरे दिन ब्लैक फंगस और कोविड-19 वार्ड में ड्यूटी दे रहे जूनियर डॉक्टर्स ने भी काम बंद कर दिया है. भोपाल के हमीदिया अस्पताल भर्ती ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए बनाई गई मुकर यूनिट और अस्पताल में भर्ती कोविड-19 का इलाज कर रहे जूनियर डॉक्टर्स ने पूरी तरह से काम बंद कर दिया है. जूनियर डॉक्टरों ने मांगे माने जाने तक हड़ताल से लौटने से इनकार कर दिया है. और स्थिति बिगड़ने की जिम्मेदारी भी सरकार पर डाल दी है.
जूनियर डॉक्टर की हड़ताल का दूसरा दिन प्रदेशभर से मेडिकल कॉलेज के प्रभारियों ने किया सपोर्ट
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविंद मीणा ने बताया कि हमारी हड़ताल को पूरे प्रदेश से समर्थन मिला है. इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर के साथ सभी मेडिकल कॉलेज से सारे डेलिगेट्स हड़ताल का सपोर्ट कर रहे हैं. हमीदिया में सभी पदाधिकारी आ चुके हैं प्रशासन से बात करने के बाद भी नतीजा नहीं निकल पाया है. अब आगे स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर जो परेशानियां आएगी, उसकी जिम्मेदारी शासन की होगी.
काम पर नहीं लौटे जूनियर डॉक्टर तो होगा एक्शन: विश्वास सारंग
रात भर से पुलिस कर रही निगरानी
इधर जूड़ा की हड़ताल को लेकर प्रशासन ने ङी तैयारियां कर ली है. हड़ताल को देखते हुए अस्पताल परिसर में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि डॉक्टर्स की हड़ताल को लेकर और विवाद की स्थिति की संभावना के चलते पुलिस बल को तैनात किया गया है. पुलिसकर्मियों को जीएमसी परिसर के साथ अलग-अलग वार्डों के सामने तैनात किया गया हैं.
नोटिस देकर डरा रही है सरकार
सोमवार की रात में जूनियर डॉक्टर्स को हड़ताल के कारण काम ना करने की स्थिति में नोटिस जारी किए गए हैं. जीएमसी डीन ऑफिस द्वारा जारी किए गए नोटिस में उल्लेख किया गया है कि डॉक्टर से यदि काम पर वापस नहीं लौटते हैं तो उनके खिलाफ सख्त एक्शन किया जाएगा. नोटिस के अनुसार काम पर नहीं लौटन पर उनके रजिस्ट्रेशन और नामांकन को रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी. इस कार्रवाई पर एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार हमें डराने का प्रयास कर रही है लेकिन हम डरने वाले नहीं है और अपनी मांगो को लेकर आवाज उठाते रहेंगे.
बढ़ रही है मरीजों की परेशानी
आपको बता दें कि हड़ताल के चलते भोपाल में करीब 450 जूनियर डॉक्टर काम नहीं कर रहे हैं. इसके कारण कोविड-19 और म्यूकर यूनिट में ब्लैक फंगस का इलाज करा रहे मरीजों को परेशानी बढ़ रही है. जानकारी के अनुसार इस समय हमीदिया में कोविड-19 के 100 से अधिक मरीज भर्ती हैं. वहीं ब्लैक फंगस के 120 मरीज इलाज करा रहे, जिन्हें गंभीर रूप से समस्याएं हैं. अब इनके इलाज की जिम्मेदारी वहां मौजूद मेडिकल ऑफिसर पर ही टिक गई है. सपोर्ट के लिए साथ रहने वाले सभी जूनियर डॉक्टर्स, रेजिडेंट चिकित्सक हड़ताल पर हैं, ऐसे में प्रशासन को व्यवस्थाएं बनाने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है.