भोपाल। पूर्व महापौर आलोक शर्मा एवं पदाधिकारियों ने बताया कि कार्यक्रम में 20 हजार लोगों के आने की संभावना है. कलश यात्रा में भगवान परशुराम का रथ, मालवा के ढोल-शहनाइयां विशेष आकर्षण का केंद्र होंगे. प्रतिमा अनावरण के दौरान 1100 ब्राह्मण एक साथ स्वस्तिवाचन करेंगे. पारंपरिक वेशभूषा में ये सभी ब्राह्मण वैदिक रीति से पूजन कराएंगे. कार्यक्रम में मुंबई के प्रसिद्ध भजन सम्राट प्रमेंद्र चतुर्वेदी भजनों की प्रस्तुति देंगे. 3 मई को सुबह 6:30 से 7 बजे तक देव पूजन किया जाएगा. 7 बजे से दुर्गा मंदिर लालघाटी से कलश यात्रा निकाली जाएगी, जो गुफा मंदिर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेगी. सुबह 8 से 9 बजे तक भजनों की प्रस्तुति होगी एवं 9 बजे ग्यारह सौ ब्राह्मणों के द्वारा स्वस्तिवाचन एवं गगनभेदी शंखनाद के बीच जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज भगवान परषुराम की विशाल प्रतिमा का अनावरण करेंगे. प्रतिमा अनावरण के बाद महाराजश्री के आशीष वचन होंगे. इस दौरान 500 बच्चों का जनेऊ संस्कार भी होगा.
कई समाजों के संगठन होंगे शामिल :भगवान परशुराम की प्रतिमा अनावरण में गायत्री परिवार, ब्रह्मकुमारी, करुणाधाम आश्रम, मां आशापुरा दरबार, श्री हिंदू उत्सव समिति, संत हिरदाराम कुटिया, कृष्ण प्रणामी, सर्व ब्राह्मण समाज, ब्राह्मण समाज के विभिन्न संगठन खंडेलवाल ब्राह्मण, मैथिल ब्राह्मण, जिझौतिया ब्राहमण समाज, पंजाबी ब्राह्मण, बाबीसा ब्राह्मण, भार्गव ब्राह्मण, औदीच्य ब्राह्मण, कश्मीरी ब्राह्मण, सनाढय ब्राह्मण, मलयाली समाज, गुजराती समाज, नार्मदीय ब्राह्मण, कड़ा मानिकपुरी ब्राह्मण समाज, महाराष्ट्र ब्राह्मण समाज, माथुर चतुर्वेदी ब्राह्मण समाज, चितपावन ब्राह्मण समाज, पालीवाल ब्राह्मण समाज, भूमिहार ब्राह्मण समाज, गुर्जर गौड़ ब्राह्मण समाज, क्षत्रिय राजपूत समाज, रघुवंशी समाज, सिरोजिया अग्रवाल समाज, दिगंबर जैन समाज, श्वेतांबर जैन, मूर्तिपूजक संघ, सिंधी सेंट्रल पंचायत, पंजाबी समाज, सिख समाज, माहेश्वरी समाज, गुजराती समाज, खंडेलवाल समाज, कायस्थ समाज, विजयवर्गीय समाज, अयोध्यावासी वैश्य समाज, गहोई वैश्य समाज, माथुर वैश्य समाज, मीणा समाज, गुर्जर समाज, धाकड़ समाज, मांझी समाज, रजक समाज, कलचुरी समाज, बाल्मीकि समाज, सुदर्शन समाज, राठौर क्षत्रिय समाज, पाटीदार समाज, मराठा समाज, अहीर यादव समाज, प्रजापति समाज, सेन समाज, धानुक समाज, रायकवार समाज, बाथम समाज, आर्य समाज, खटीक समाज, जाट समाज, कुचबंदिया समाज, अहिरवार समाज के साथ ही संपूर्ण हिन्दू समाज के लोग एक स्वर में आरती करेंगे.