भोपाल।देश के सबसे पुराने राजनीतिक संगठन में इन दिनों बदलाव की बयार चल रही है. एआईसीसी से लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस में भी बड़े पैमाने पर फेरबदल किए जा रहे हैं. कुछ फेरबदल हो चुके हैं और कुछ का इंतजार है. 7 साल बाद हुए युवा कांग्रेस के चुनाव के परिणाम आ चुके हैं. नए प्रदेश अध्यक्ष ने कामकाज भी संभाल लिया है. अब एनएसयूआई में बदलाव की चर्चा जोर पकड़ रही है.
दरअसल एनएसयूआई में पिछले 8 साल से कोई बदलाव नहीं हुआ है. एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष विधायक बन गए हैं और वह खुद संगठन में बदलाव की सिफारिश कर रहे हैं. हालांकि एनएसयूआई में चुनाव प्रक्रिया के द्वारा प्रदेश अध्यक्ष का चयन होता है, इसलिए राष्ट्रीय संगठन ही अंतिम फैसला लेगा. वहीं दूसरी तरफ महिला कांग्रेस में तो पिछले 10 साल से कोई बदलाव नहीं हुआ है. महिला कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष का मनोनयन होता है. कांग्रेस सूत्रों की मानें, तो जल्द ही मध्य प्रदेश कांग्रेस के इन दो मुख्य संगठन में बदलाव देखने मिलेगा.
कमलनाथ ने दिए संगठन में फेरबदल के निर्देश
कमलनाथ जब मई 2018 में मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बने तो उन्होंने संगठन में किसी तरह का फेरबदल नहीं किया था. पीसीसी स्तर पर उन्होंने कामकाज में मदद के लिए अपनी टीम जरूर बनाई थी. कांग्रेस संगठन के दूसरे मोर्चा प्रकोष्ठ में कोई बदलाव नहीं किया था और पुरानी टीम ही काम कर रही थी. अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्य संगठन और ऐसे दूसरे संगठन जहां लंबे समय से एक ही व्यक्ति पद पर बैठे हुए हैं, उनमें बदलाव के निर्देश दिए हैं. हालांकि कमलनाथ ने यह भी कहा है कि जिनका कामकाज बढ़िया हो,उनकी जिम्मेदारी में किसी तरह का फेरबदल ना किया जाए.
मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के 7 साल बाद हुए चुनाव
मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस को 7 साल बाद नया प्रदेश अध्यक्ष मिला है. कांग्रेस में युवा कांग्रेस इकाई में चुनाव द्वारा अध्यक्ष का चयन किया जाता है, तो बाकी कार्यकारिणी भी चुनाव के द्वारा ही तैयार होती है. हालांकि 2017 में युवा कांग्रेस के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई थी, लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव नजदीक होने के कारण प्रक्रिया टाल दी गई थी. मार्च 2020 में फिर प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन कमलनाथ सरकार गिरने के कारण यह प्रक्रिया टाल दी गई. हाल ही में दिसंबर माह में युवा कांग्रेस के चुनाव संपन्न हुए और डॉ विक्रांत भूरिया युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बने हैं.
8 साल से एनएसयूआई में चुनाव का इंतजार