भोपाल।प्रदेश में शराब ठेकेदारों और सरकार के बीच चल रहे मतभेद के चलते प्रदेश में संचालित की जा रही करीब 900 से ज्यादा दुकानों को शराब ठेकेदारों ने सरेंडर कर दिया था. इसके बाद से ही राजस्व में बढ़ोतरी करने के उद्देश्य से आबकारी विभाग ने खुद ही इन शराब की दुकानों का संचालन 11 जून से प्रारंभ कर दिया था, लेकिन शराब की दुकानों पर महिला कर्मचारियों की ड्यूटी लगाए जाने पर जमकर विवाद भी खड़ा हो गया था. लेकिन लगातार हो रहे विरोध के चलते आखिरकार सरकार ने अपने निर्णय को बदल दिया है.
अब शराब दुकानों में ड्यूटी नहीं करेंगी महिला कर्मचारी, सरकार ने वापस लिया फैसला - मध्यप्रदेश में शराब की दुकानें
मध्यप्रदेश में शराब की दुकानों में महिला कर्मचारियों की ड्यूटी लगाए जाने के फैसले को आखिरकार प्रदेश सरकार ने वापस ले लिया. महिलाओं की ड्यूटी लगाए जाने को लेकर न केवल कांग्रेस बल्कि आम जनता ने भी विरोध किया था. जिसके बाद आबकारी विभाग ने फैसला बदल दिया.
अब प्रदेश में महिला कर्मचारियों की जगह पुरुष कर्मचारियों को ही ड्यूटी करने के निर्देश दिए गए हैं.आबकारी आयुक्त राजीव चंद्र दुबे ने आदेश जारी करते हुए सभी कलेक्टर्स को निर्देशित किया है कि शराब दुकानों के विभागीय संचालन की स्थिति में विक्रयकर्ता और चौकीदार के रूप में केवल पुरुष कर्मचारियों की ही ड्यूटी लगाई जाए.
बता दें कि राजधानी की कई शराब दुकानों पर महिला पुलिस की ड्यूटी लगाई गई थी. जिसके फोटो भी लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे थे. शराब की दुकानों पर महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाए जाने को लेकर न केवल कांग्रेस बल्कि आम जनता भी विरोध कर रही थी. लोगों का भी मानना था कि शराब की दुकानों पर महिला पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी नहीं लगानी चाहिए. आखिरकार लगातार हो रहे विरोध के बाद आबकारी विभाग को अपना निर्णय बदलना पड़ा.