भोपाल।मध्यप्रदेश ने वह कर दिखाया, जो इससे पहले देश में कोई दूसरा राज्य नहीं कर पाया. मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां सरकारी कामों से पहले कन्या पूजन (woman worship) की शुरूआत हो गई और आगे भी ऐसा होगा. यह कर दिखाया है मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने, वहीं शिवराज जिन्होंने चार महीने पहले इस पहल की घोषणा की थी और आज होशंगाबाद के बाबई पहुंचकर सीएम ने ये कर दिखाया है. यह कुछ तस्वीरें हैं, जो शिवराज की इस पहल को दिखा रहीं हैं.
कन्याओं के पैर छूकर शिवराज ने की शुरूआत
आज प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत मिलने वाले वित्तीय लाभ की अगली किस्त जारी करने का प्रोग्राम था, वहीं मध्यप्रदेश के होशंगाबाद में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जहां सीएम ने कार्यक्रम शुरू होने से पहले मंच पर कन्या पूजन की. इसके बाद किसानों के खातों में राशि ट्रांसफर करने का कार्यक्रम शुरू हुआ. यहीं शिवराज ने कन्याओं के पैर छुए और मध्यप्रदेश को देश का पहला राज्य बना दिया, जहां किसी भी सरकारी कार्यक्रम की शुरूआत कन्याओं के पैर छूकर होगी.
सितंबर महीने में सीएम ने की थी घोषणा
दरअसल, मध्यप्रदेश शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा यह आदेश जारी किया गया था. इस आदेश को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सितंबर महीने में की गई घोषणा के आधार पर जारी किया गया है. जहां शिवराज सिंह चौहान ने एक कार्यक्रम में कार्यक्रम से पहले बेटियों की पूजन करने की घोषणा की थी. सीएम की घोषणा के चार महीने बाद आज राज्य शासन ने इसे अनिवार्य कर दिया है.
क्या होती है कन्या पूजन
मध्यप्रदेश सहित देश के कई हिस्सों में कन्या पूजन का बड़ा महत्व है, आमतौर पर कन्या पूजन नवरात्रि के वक्त होती है, जब नौ दिन के उपवास खत्म होने पर लोग छोटी-छोटी बच्चियों जिनकी उम्र 10 साल तक होती है, उन्हें अपने घर बुलाते हैं और उनके पैर धुलकर,उनकी पूजा कर खाना खिलाते हैं. कन्या पूजन नवरात्रि एवं दुर्गा पूजा का एक अत्यन्त महत्वपूर्ण अनुष्ठान है.
कन्या पूजन से जुड़ी क्या है मान्यता