भोपाल।कोरोना के कारण पिछले साल न्यायालयों में ऑनलाइन सुनवाई की प्रक्रिया शुरू हुई थी. अब तीसरी लहर की आशंका के चलते कोर्ट में सुनवाई के बाद ई-फाइलिंग (E-Filing) सिस्टम लागू किया जा रहा है. इस ई-फाइलिंग के आधार पर सरकारी विभागों की सुनवाई कोर्ट कर सकेगा. दरअसल कोरोना के कारण पेशी नहीं हुई जिसके कारण न्यायालयों में प्रकरणों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. इसको देखते हुए मध्य प्रदेश हाई कोर्ट न्यायालय में लगने वाले प्रकरणों में ई-फाइलिंग सिस्टम को बढ़ावा देने की ओर जोर दे रही है.
इसे लेकर उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को उन विभागों को अधिक से अधिक केस को ई-फाइल करने के लिए आदेशित किया है, जहां से न्यायालय में अधिकतम केस आते हैं. हाई कोर्ट से जारी आदेश के बाद सरकार ने भी ऐसे सभी विभागों को ई-फाइलिंग के लिए पत्र जारी कर दिया है. ताकि इन विभागों से ई-फाइल की प्रोसेस को अपनाया जा सके.
विधि और विधायी विभाग ने जीएडी को लिखा पत्र
उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए आदेश के बाद विधि और विधायी विभाग ने इस कार्य के लिए जीएडी (सामान्य प्रशासन विभाग) को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि न्यायालय की ई-फाइलिंग 3.0 सॉफ्टवेयर सुविधा का उपयोग करने में तेजी लाए. जिससे अधिक से अधिक मामलों को ई-फाइल किया जा सके. जिन व्यक्तियों द्वारा अधिक संख्या में न्यायालय में केस दायर किए जाते हैं या फिर वह ज्यादा मामलों में फरियादी होते हैं. ऐसे में ई-फाइलिंग का उपयोग अधिक किया जाए.
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