हैदराबाद।मध्य प्रदेश में जोरदार बारिश का दौर जारी है. बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दाब के कारण प्रदेश में जमकर बदरा बरस रहे हैं. सबसे ज्यादा बारिश मालवांचल में देखने को मिल रही है. अब तक सबसे ज्यादा रतलाम में 5 इंच तक बारिश हुई है. यहां 48 घंटों में करीब 10 इंच बारिश हुई है. इंदौर में पिछले 24 घंटों में आधा-आधा इंच बारिश हो चुकी है. मालवांचल की सभी नदियां और नाले भी उफान पर हैं. जिस वजह से प्रशासन भी अलर्ट हो गया है. जानिए मालवांचल का हाल...
रतलाम में जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त
जिले में लगातार हो रही तेज बारिश से सामान्य जीवन जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. बारिश से कुड़ेल नदी उफान पर आ गई है. रतलाम खाचरोद सड़क मार्ग की पुलिया पर पानी आ जाने से सड़क मार्ग शाम चार बजे से बन्द हो गया. जावरा में बारिश से हाल बेहाल हो गए. सड़कों पर पानी ही पानी हो गया. घण्टाघर छेत्र की दुकानों में पानी भरा गया. इसी के साथ रतलामी गेट, चौपाटी, हाथी खाना छेत्र आदि क्षेत्रों के कुछ घरों में पानी भी घुस गया. पिपलिया खाल पूरा उफान पर आ गया. वहीं बड़ावदा के वार्ड क्रमांक-2 फाचरिया में बारिश के कारण नगर परिषद की पोल खुल गयी. बारिश से शौचालय बह गया. ग्राम उपलाई में भी पूरा गांव में पानी ही पानी हो गया. रतलाम शहर में भी डांट की पुलिया, दोबत्ती, न्यू रोड पर भी सड़कें पानी से लबालब हो गयी.
बाबा केदारेश्वर मंदिर का झरना शबाब पर
मध्य प्रदेश में जोरदार बारिश का सिलसिला जारी है, सभी नदियां उफान पर हैं. बारिश के बीच धरती की खूबसूरती और निखरकर सामने आई है. रतलाम के सैलाना में तो जन्नत सा नजारा देखने को मिल रहा है. दरअसल बारिश से सैलाना में स्थित बाबा केदारेश्वर मंदिर का झरना अपने शबाब पर है. झरने से इतनी भारी मात्रा में पानी निकल रहा है कि मंदिर परिसर तक में पानी पहुंच गया है. इस सुंदर नजारे को देखने और भगवान शिव के दर्शन करने बड़ी संख्या में सैलानी भी पहुंच रहे हैं.
आगर-मालवा में नदियां उफान पर
सेल्फी के चक्कर में कई बार युवा अपनी जान तक जोखिम में डाल देते हैं. इसका एक उदाहरण आगर मालवा में देखने को मिला. जहां लखुंदर नदी पर बने बांध के पास कई युवा खड़े हुए थे, जो अपनी जान की परवाह किए बिना डैम के ऊपर चढ़ गए और सेल्फी लेने लगे. तेज बहाव के बीच उन्हें फोटो खींचते देखा गया. बताया जा रहा है कि वीडियो नलखेड़ा स्थित विश्व प्रसिद्ध मां बगलामुखी मंदिर के पीछे का है. जोरदार बारिश के कारण नदी उफान पर है. दूसरी तरफ प्रशासन की तरफ से सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं की गई है.