भोपाल।मध्यप्रदेश में दाखिल हुए 1343 यात्रियों से कोरोना संक्रमण के खतरे की आशंका बढ़ गई है. अलग-अलग राज्यों से आए यात्री लापता है. प्रदेश के स्वास्थ्य अमले को इन यात्रियों की कोई जानकारी नहीं मिल रही है. जिसकी वजह से यह क्वॉरेंटाइन नहीं किए जा सके हैं. इसका खुलासा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी की गई मेडिकल बुलेटिन से हुआ है.
प्रदेश में आए 1343 यात्रियों की नहीं हुई स्क्रीनिंग, स्वास्थ्य विभाग को नहीं जानकारी
मध्यप्रदेश में दाखिल हुए 1343 यात्रियों से कोरोना संक्रमण के खतरे की आशंका बढ़ गई है. अलग-अलग राज्यों से आए यात्री लापता हैं. प्रदेश के स्वास्थ्य अमले को इन यात्रियों की कोई जानकारी नहीं मिल रही है. जिसकी वजह से यह क्वॉरेंटाइन नहीं किए जा सके हैं. इसका खुलासा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए मेडिकल बुलेटिन से हुआ है.
लॉकडाउन के बाद दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों और कर्मचारियों का लगातार प्रदेश में आना जारी है. यह यात्री अलग-अलग सीमाओं से प्रदेश के अलग-अलग जिलों में पहुंच रहे हैं. कोरोना महामारी से बचे प्रदेश के जिलों को इससे बचाने के लिए आने वाले यात्रियों का पूरा रिकॉर्ड रखा जा रहा है. उनके स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उन्हें अलग स्थानों पर रखने की व्यवस्था की गई है. प्रदेश में अभी तक 17886 यात्रियों को निगरानी में रखा गया है. वहीं 8373 यात्री ऐसे हैं जिन्होंने क्वॉरेंटाइन अवधि को पूरा कर लिया है, और वह पूरी तरह से स्वस्थ है. हालांकि 1343 यात्री ऐसे हैं जिनके बारे में अभी तक स्वास्थ्य विभाग को कोई जानकारी नहीं मिल सकी है. जिसकी वजह से इनका न तो स्वास्थ्य परीक्षण किया जा सका है, और ना ही इन्हें क्वॉरेंटाइन किया जा सका है.
लापरवाही से बढ़ सकता है खतरा
आशंका जताई जा रही है कि यात्रियों में से कुछ प्रदेश से बाहर चले गए हो, लेकिन जो यात्री मध्यप्रदेश में हैं, उन्हें ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है. कई मामलों में बाहर से आने वाले लोग अपना सही नाम पता नहीं बताते, जिससे इन्हें ट्रेस करना मुश्किल हो गया है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक यदि इन यात्रियों ने खुद को क्वॉरेंटाइन करके रखा है, तब तो ठीक है, लेकिन यदि यह दूसरों के संपर्क में आ रहे हैं तो यह उनके लिए भी खतरा बन सकते हैं.
एक नजर में...
क्वॉरेंटाइन किए गए यात्री - 17886
क्वॉरेंटाइन अवधि पूर्ण कर चुके यात्री- 8373
लापता यात्रियों की संख्या -1343
अस्पताल में आइसोलेट किए गए- 334
घरों में क्वॉरेंटाइन किए गए -8170