भोपाल। प्रदेश में बिजली का संकट आज भी कई ग्रामीण क्षेत्रों में दिखाई देता है. इसके अलावा कई शहरी क्षेत्रों में भी लगातार बिजली कटौती की जा रही है. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि प्रदेश में कई जगह पर धड़ल्ले से बिजली चोरी की जाती है, जिसका खामियाजा सरकार के साथ ही बिजली कंपनी को भी उठाना पड़ता है. ऐसी स्थिति में बिजली की दर लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन अब विद्युत विभाग नवीकरण करते हुए बिजली चोरी रोकने के लिए महिलाओं को अपने साथ जोड़ रहा है. इतना ही नहीं महिलाएं अगर बिजली चोरी की जानकारी देती हैं और जानकारी सही पाई जाती है, तो महिलाओं को विभाग की ओर से प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी. अब मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में अच्छा कदम उठाते हुए "निष्ठा विद्युत मित्र योजना" की शुरूआत की है.
प्रोत्साहन राशि बिजली चोरों से वसूले गए कुल बिल का 10 फीसदी हिस्सा होगी. यह लाभ उन महिलाओं को मिलेगा, जो सहायता समूह से जुड़ कर उपभोक्ता और बिजली कंपनी के बीच सेतु का काम करेंगी. इस काम से महिलाओं की अतिरिक्त आवक भी होगी. कंपनी को भी इससे बेहद मदद मिलेगी. यह कदम आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश बनाने के लिए उठाया गया है. अभी इसकी शुरूआत ग्राम पंचायत स्तरों पर की गई है. बाद में इस योजना का विस्तार प्रदेश के अन्य जिलों में भी किया जाएगा. सीहोर जिले की ग्राम पंचायतों में महिलाएं यह काम करने भी लग गई हैं.
'निष्ठा विद्युत मित्र' योजना विद्युत कंपनी कार्य क्षेत्र के भोपाल, नर्मदा पुरम, ग्वालियर और चंबल संभाग के सभी 16 जिलों की सभी ग्राम पंचायतों में लागू कर दी गई है. यह योजना ग्राम पंचायत स्तर के उपभोक्ता और विद्युत वितरण कंपनी के बीच एक सेतु की तरह काम करेगी. इस योजना के द्वारा बिजली कंपनी के राजस्व में तेजी से बढ़ोतरी होगी. साथ ही विद्युत के अवैध उपयोग की रोकथाम के साथ-साथ नए कनेक्शन भी दिए जा सकेंगे. ग्राम पंचायत स्तर पर स्व-सहायता समूह की महिलाएं निष्ठा विद्युत मित्र सेवक के रूप में जानी जायेगी, जिन्हें आय का एक नया स्वरूप भी प्राप्त होगा.
'निष्ठा विद्युत मित्र' योजना में महिला स्व-सहायता समूह द्वारा उपभोक्ता को ऑनलाइन या फिर 'उपाय' एप के माध्यम से बिल भुगतान करने के लिए प्रेरित किया जाएगा. साथ ही ऑनलाइन भुगतान के लिए परामर्श भी दिया जाएगा. निष्ठा विद्युत मित्र समूह द्वारा उपभोक्ताओं की शिकायत का निराकरण किया जायेगा, उपभोक्ता के बंद और खराब मीटरों की शिकायतों का निराकरण, नए कनेक्शन ऑनलाइन प्रक्रिया से देने के साथ ही बिजली चोरी की रोकथाम, बिजली के अवैध और अवैधानिक उपयोग की सूचना का काम भी महिलाओं द्वारा किया जाएगा.
योजना के अंतर्गत आकृति राठौर ने 200 और मोनिका जैन ने 1 हजार रुपए का विद्युत देयक कंपनी के खाते में जमा कराया है. उन्होंने 50 से अधिक उपभोक्ताओं को ऑनलाइन भुगतान के लिए प्रेरित कर उनके मोबाइल में कंपनी के 'उपाय' एप को डाउनलोड कराया है.