भोपाल। मध्यप्रदेश में होने वाले उपचुनाव के चलते सियासी सरगर्मियां इन दिनों चरम पर है. सियासी गलियारों में एक चर्चा जोर पकड़े हुए है कि, ज्योतिरादित्य सिंधिया जब भी भोपाल आएंगे, तो कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगेगा. सोशल मीडिया पर भी कांग्रेसी दिग्गजों के बीजेपी में शामिल होने की खबरें चल रही हैं. हालांकि कई नेता इसका खंडन कर चुके हैं, लेकिन बीजेपी का कहना है कि, कांग्रेस में भगदड़ मची हुई है. तो वहीं कांग्रेस इसे डर्टी पॉलिटिक्स बता रही है. फिलहाल दोनों राजनीतिक दल कोरोना की चिंता छोड़कर सियासी शतरंज की बिसात बिछाने में लगे हैं.
दरअसल इन दिनों सोशल मीडिया और कुछ अखबारों में खबरें चल रही हैं कि, ज्योतिरादित्य सिंधिया 1 जून को भोपाल पहुंचेंगे और उनके भोपाल पहुंचने पर कांग्रेस के कई दिग्गज बीजेपी की सदस्यता लेने वाले हैं. इन दिग्गजों में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व राज्यसभा सांसद सत्यव्रत चतुर्वेदी और पूर्व विधायक हेमंत कटारे का नाम चर्चा में चल रहा है. बीजेपी इन खबरों को लेकर कह रही है कि, कांग्रेस में जब सरकार होते हुए मंत्री और विधायकों ने पार्टी छोड़ दी, तो अब तो भगदड़ मचने वाली है. तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस का कहना है कि, यह सब अफवाहें हैं और अफवाहों की आयु लंबी नहीं होती है. कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी उपचुनाव में अपनी हार देखकर डर्टी पॉलिटिक्स कर रही है. हालांकि इन आरोप- प्रत्यारोप के बीच सिंधिया 1 जून को भोपाल आने की खबरों का खंडन कर चुके हैं.
कई कांग्रेसियों के बीजेपी में शामिल होने की खबर
हेमंत कटारे वीडियो जारी करके चुके हैं कि, उनका परिवार कांग्रेसी पृष्ठभूमि का है और वह सदैव कांग्रेस में रहेंगे. इसके अलावा उनका दावा है कि, मध्य प्रदेश में फिर से कांग्रेस की सरकार बनने वाली है. वहीं सत्यव्रत चतुर्वेदी को लेकर कांग्रेस का कहना है कि, वो पहले ही संन्यास की घोषणा कर चुके हैं. सबसे बड़ा नाम जो सामने आ रहा है, वह पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी का है, लेकिन कांग्रेस इसे साफ तौर पर अफवाह बता रही है और चर्चा है कि, उपचुनाव के लिए सुरेश पचौरी को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है और वो कमलनाथ के वॉररूम का हिस्सा हैं.