भोपाल। मध्य प्रदेश में ज्यादातर जिलों में कोरोना कर्फ्यू 17 मई तक बढ़ा दिया गया है. इसका असर ये है कि धीरे-धीरे ही सही लेकिन प्रदेश में कोरोना के पॉजिटिव रेट में कमी आई है. सरकार पिछले साल की तरह सख्त लॉकडाउन नहीं लगाना चाहती. इसलिए कई सेवाओं से जुड़े लोगों को सशर्त छूट दी जा रही है, लेकिन कई लोग इसका गलत फायदा उठाकर बेवजह घूमने से बाज नहीं आ रहे हैं. प्रदेश के अलग-अलग जिलों में इस तरह घर से बिना वजह निकलने वालों को लंबे समय से समझाइश दी जा रही थी. जब लोगों का बेवजह घरों से निकलना बंद नहीं हुआ तो अब पुलिस भी सख्ती बरतते हुए दिखाई देने लगी है. कहीं पुलिस इन लोगों को सड़क पर योग करवा रही है तो कहीं पर फ्राग रेस करवा रही है.
इंदौर में धूप में खड़े रहने की सजा
इंदौर में कोविड गाइड लाइन का उल्लंघन करने वालों को सजा देने के लिए पुलिस ने अनोखा तरीका अपनाया है. इंदौर के खजराना थाना क्षेत्र में पुलिस बेवजह घूमने वालों को धूप में खड़े रहने की सजा दे रही है. इस दौरान इन लोगों को खाली पेज पर दोबारा गलती नहीं करने का माफी नामा लिखवा रही है. इसे लेकर इंदौर के खजराना थाना प्रभारी का कहना है कि धूप में खड़े रहने से इम्युनिटी बढ़ती है. तो बेवजह घूमने वालों के लिए सजा भी हो जाती है, बदले में उन्हें हम थोड़ी इम्युनिटी भी दे देते हैं.
बैतूल में करवाया जा रहा व्यायाम
इसी तरह की तस्वीरें बुरहानपुर, मंदसौर, बैतूल से भी सामने आ रही है. बैतूल में भी पुलिस कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन कर बेवजह घूमने वालों को शारीरिक वर्जिश करवा रही है. बैतूल पुलिस हर दिन सख्ती का स्तर बढ़ा रही है ताकि लोग सख्ती के डर से बेवजह घरों से निकलना बंद कर दें. पहले बैतूल पुलिस ने बेवजह घूमने वालों को समझाइश दी, नहीं मानने पर लोगों को सड़क पर पैदल भी घूमाया लेकिन अब लोगों को पकड़कर मैदान में व्यायाम करवाया जा रहा है
बुरहानपुर में थाने में पीटी