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black fungus के मरीजों को मिली सौगात, Hamidia Hospital में आई नई मशीन, आधे घंटे में होगी सर्जरी

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Published : Jun 10, 2021, 5:38 PM IST

black fungus के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए भोपाल के Hamidia Hospital में ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए नई मशीन लगवाई है. इस मशीन से ब्लैक फंगस के मरीजों को राहत मिलेगी. यह मशीन प्ररेणा सेवा ट्रस्ट और परपीड़ा हर संस्था की ओर से दी गई है.

New machine arrived in Hamidia Hospital
Hamidia Hospital में आई नई मशीन

भोपाल।black fungus के मरीजों का इलाज अब और अच्छे से हो पाएगा. इसको लेकर चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने Hamidia Hospital में स्वयंसेवी संस्था द्वारा दी गई मशीन का शुभारंभ करवाया. इस मशीन के माध्यम से आधे घंटे में ही मरीज की सर्जरी की जा सकती है. वहीं कोरोना के समय अस्पतालों के अधिक संख्या में खुलने को लेकर मंत्री का कहना था कि सभी नियम के अनुसार खोले गए हैं. लेकिन अगर किसी के विरुद्ध शिकायत मिलती है, तो कार्रवाई भी की जाएगी.

चिकित्सा शिक्षा मंत्री
  • आधे घंटे में होगा ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज

हमीदिया अस्पताल में Micro De Braider Machine गुरुवार से लग गई. जिसका निरीक्षण करने चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग हमीदिया पहुंचे. इस मशीन के माध्यम से ब्लैक फंगस का ऑपरेशन में सहायता मिलेगी. ब्लैक फंगस ऑपरेशन अभी दो से तीन घंटे में होता है इस मशीन से यह ऑपरेशन आधे घंटे में हो जाएगा. प्ररेणा सेवा ट्रस्ट और परपीड़ा हर संस्था की ओर से यह मशीन उपलब्ध कराने का जिम्मा उठाया है. विश्वास सारंग के अनुसार इस मशीन के लगने से जल्द ही ब्लैक फंगस के मरीजों को इलाज मिल पाएगा. ऐसे में अन्य अस्पतालों में भी ऐसी मशीनों के अगर सकारात्मक परिणाम आते हैं, तो उन्हें लगाने की प्रक्रिया आगे भी की जा सकती है.

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  • नियम विरुद्ध होने पर अस्पतालों पर होगी कार्रवाई

इधर करोना काल के 17 महीनों में भोपाल में 102 नए प्राइवेट अस्पताल खोले गए हैं. इन प्राइवेट अस्पतालों में से 29 दूसरी लहर में खोले गए हैं. इसको लेकर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि आईसीएमआर के नियमों के अनुसार इन सभी अस्पतालों को अनुमति दी गई थी. और अब जो अस्पतालों को अनुमति दी जा रही है उनमें 50% ऑक्सीजन की व्यवस्था के लिए प्लांट स्थापित करके करने के लिए बोला गया है. क्योंकि जिस तरह से दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी आई थी. जिसे देखते हुए अब नए अस्पतालों को यह निर्देश भी दिए जा रहे हैं कि वह खुद का ऑक्सीजन प्लांट रखें. जिससे कि आधे बिस्तरों की क्षमता में ऑक्सीजन की उपलब्धता हो जाए. विश्वास सारंग ने कहा कि अगर अस्पतालों के खिलाफ शिकायत आती है, या उनके खिलाफ कार्रवाई करने से विभाग पीछे नहीं हटेगा.

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