भोपाल। नवरात्र शुरु होने से पहले एमपी में वीएचपी (विश्व हिंदू परिषद) ने नवरात्र में होने वाले गरबों की गाइडलाइन जारी कर दी है. इस गाइडलाइन में कहा गया है कि जिला प्रशासन के साथ गरबा आयोजन की समितियां इस बात की पाबंदी करें कि गरबे में किसी भी गैर हिंदू को प्रवेश न दिया जा सके. वीएचपी ने अपील की है कि गैर हिंदू की गरबे में एंट्री बैन की जाए. उधर विश्व हिंदू परिषद के समर्थन में आए संस्कृति बचाओ मंच ने अपील की है कि गरबा पंडाल में प्रवेश गौ मूत्र पिलाकर और तिलक लगाकर ही दिया जाए.
गरबा भक्ति का स्वरुप...गैर हिंदू न पहुंचने पाएं:विश्व हिंदू परिषद मध्यभारत प्रांत मंत्री राजेश जैन ने कहा है कि ''नवरात्रि में होने वाले गरबे मां दुर्गा की भक्ति का बदला हुआ स्वरुप हैं, इसलिए इस बात का धयान रखा जाए कि इन आयोजन में गैर हिंदू आस्था का कोई व्यक्ति न पहुंचे.'' जैन ने कहा कि ''भोपाल में गरबों के कई आयोजन किए जाते हैं, जिनमें कई व्यवसायिक आयोजन भी शामिल हो जाते हैं. इन आयोजनों में कई बार ऐसी बातें भी देखने को मिलती है जो समाज और धर्म के हित में नहीं हैं.
वीएचपी की गरबा गाइडलाइन, केवल हिंदूओं को एंट्री:वीएचपी (विश्व हिंदू परिषद) ने गाइडलाइन जारी की है. उसमें कहा गया है कि गरबा एक तरह से दुर्गा मां की भक्ति का ही एक रूप है. इसलिए आयोजकों को ये सुनिश्चित करना होगा कि गरबा पंडालों में केवल हिंदूओं को ही एंट्री दी जाएगी. अगर कोई गैर हिंदू गरबा पंडाल में दिखता है तो आयोजकों पर कार्रवाई की जाए.