भोपाल।हिमाचल प्रदेश में सरकार आर्थिक तंगी से जूझ रही है. वहां 2 हफ्ते से अधिक समय समय बीत गया है और कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं मिल पाई है. इस पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ''अभी 2 दिन पहले प्रियंका गांधी मध्य प्रदेश आई थीं और बड़े जोश से कह रही थीं कि हमारी सरकारों को देखें (Narottam Mishra Targets congress). अब उनको देखना चाहिए अपनी सरकारों को, कि हिमाचल में कर्मचारियों को तनख्वाह क्यों नहीं बट पा रही है, यही मिसमैनेजमेंट होता है.
मैनेजमेंट देखना है तो मध्यप्रदेश में देखो: गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पिछली कांग्रेस सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में दिग्विजय सिंह की 10 साल तक सरकार रही, इनको निगम और बोर्ड गिरवी रखने पड़ते थे, ओवरड्राफ्ट हो जाता था तनख्वाह नहीं बांट पाते थे. झूठी घोषणा कर देते हैं. कमोवेश यही कर्नाटक में किया और यही हिमाचल में किया जा रहा है. मैनेजमेंट देखना है तो मध्यप्रदेश में देखो. शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना काल में सरकार बनने के बाद काम किया और उसके पूर्व 15 महीने की कमलनाथ सरकार में कमलनाथ पूरे समय खजाना खाली होने का रोना रोते रहे.
हिमाचल में हिंदू युवक की हत्या पर सब चुप: लाडली बहनों की, लाडली लक्ष्मी की, किसानों की, सबकी सहायता करने में मध्य प्रदेश की सरकार तत्पर रहती है. कहीं भी ओवरड्राफ्ट की स्थिति नहीं है, न हीं खजाना खाली है. प्रियंका गांधी से प्रार्थना है कि यह देखें और सीखें भाजपा सरकारों से. वहीं, हिमाचल में एक हिन्द युवक (जिसकी एक मुस्लिम युवती से दोस्ती थी) की हत्या कर दी गई. इस मामले पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ''मैंने भी देखा सुना और पड़ा है. उसकी आठ टुकड़े करके नृसंश हत्या की गई है. क्या कोई टुकड़े टुकड़े गैंग का सदस्य इस पूरे मामले में कुछ बोला. अवार्ड वापसी गैंग में से किसी ने कुछ कहा. जंतर मंतर वाली गैंग इस पूरे मामले में कहीं कुछ बोलती हुई दिखी. इस तरह की नृसंश हत्या पर प्रियंका गांधी चुप हैं, दिग्विजय सिंह चुप हैं. अगर युवक किसी दूसरे वर्ग का होता तो तत्काल उनके ट्विट या कोई न कोई प्रतिक्रिया आती. यह तुस्टीकरण की राजनीति कहलाती है. तुस्टीकरण की राजनीति को अब देश समझ चुका है.''