भोपाल।उत्तर प्रदेश (UP) के लखीमपुर खीरी की घटना (Lakhimpur Kheri Incident) पर सियासी घमासान शुरू हो चुका है. इस क्रम में राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लखीमपुर खीरी घटना का जिक्र करते हुए कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यान जांच के आदेश दे दिए हैं, दोषी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा. इस दौरान उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर पलटवार करते हुए कहा कि, घटना पर विपक्षी पार्टियां जिस तरह राजनीति कर रही है वह सहीं नहीं है, तथाकथित किसान के नाम पर विपक्ष देश में अशांति फैलाना चाह रहा है. वहीं, इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा (Minister Ajay Mishra) के बेटे आशीष के खिलाफ सोमवार को एफआईआर (FIR) दर्ज कर ली गई है.
दोषी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा- नरोत्तम मिश्रा
नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा, 'लखीमपुर खीरी की घटना के जांच के आदेश उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने दे दिए हैं, दोषी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा. घटना पर विपक्षी पार्टियां जिस तरह राजनीति कर रही है वह सहीं नहीं है, तथाकथित किसान के नाम पर विपक्ष देश में अशांति फैलाना चाह रहा है. गृह मंत्री ने पूर्व सीएम कमलनाथ पर पलटवार करते हुए कहा कि, 'कमल नाथ जी दूसरों पर आरोप लगाने से पहले खुद अपने अंदर झांक कर देखिए. शायद उम्र के तकाजे के चलते आप अपने ऊपर लगे दागों को भूल गए होंगे जो कि सिख दंगों से शुरु होकर अगस्ता वेस्टलैंड और प्रदेश में तबादला उद्योग चलाने तक है.
लखीमपुर खीरी कांडः कमलनाथ ने घटना को बताया निंदनीय, कहा- उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र और आजादी संकट में क्यों है...
भाजपा सरकार में किसानों का दमन-कमलनाथ
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा सरकार पर सवाल दागते हुए कहा कि आखिर कब तक किसानों का भाजपा सरकार में यूं ही दमन होता रहेगा. तीन कृषि कानून को लेकर उन्होंने कहा कि कब यह काले कानून वापस होंगे और कब यह सरकार किसानों के साथ न्याय करेगी. लखीमपुर खीरी में किसान को गोली लगने को लेकर उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी में गाड़ी तले किसानों को रौंदने की घटना बेहद विभत्स व निंदनीय है. हादसे में कई किसानों की मौत हो गई है. वहीं कई लोग घायल भी हुए हैं.
घटना भाजपासंघ की सोची समझी रणनीति- दिग्विजय
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय ने ट्वीट कर लिखा, 'यह घटना भाजपासंघ की सोची समझी रणनीति है. हरियाणा के मुख्यमंत्री का बयान केंद्रीय गृह मंत्री का बयान और यह घटना. दमन चक्र शुरू हो गया है. संघर्ष ही जीवन है. उन्होंने आगे लिखा कि, जब जब भाजपा डरती है पुलिस को आगे करती है.'
विपक्षी दलों के नेताओं का लखीमपुर खीरी पहुंचना शुरू
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लखीमपुर कांड के बाद विपक्षी दलों के नेताओं का लखीमपुर खीरी पहुंचना शुरू हो गया है. कई नेताओं ने सोमवार को लखीमपुर जाने का ऐलान किया है. बीएसपी नेता सतीश चंद्र मिश्रा को लखनऊ में हाउस अरेस्ट कर लिया गया. उधर, किसान नेता राकेश टिकैत के काफिले को भी रोका गया, लेकिन वह आगे जाने में कामयाब रहे. उधर, चंद्रशेखर का काफिला भी पुलिस ने खैराबाद के पास रोक दिया, जिसके बाद उन्हें सीतापुर पुलिस लाइन में नजरबंद कर दिया गया. आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी लखीमपुर खीरी जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें सीतापुर में रोक दिया. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और जयंत चौधरी सोमवार यानी आज लखीमपुर खीरी के लिए रवाना होंगे.
क्या था पूरा मामला
दरअसल, उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में उप मुख्यमंत्री केशव मौर्या का आगमन था. इससे पहले ही किसानों ने तीन कृषि कानून के विरोध को लेकर जिले में बने हैलीपेड पर कब्जा कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था. किसानों की बढ़ती भीड़ के आगे यहां भारी पुलिस बल भी विफल साबित हो गया. घटना स्थल पर तब आनन-फानन की स्थिति बन गई, जब केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे डिप्टी सीएम को रिसीव करने जा रहे थे, लेकिन इस दौरान किसानों ने उनका रास्ता रोक लिया और काले झंडे दिखाए. मिली जानकारी के अनुसार, झड़प के दौरान गाड़ी की टक्कर से किसानों की मौत हो गई, जिसके बाद किसानों ने भारी हंगामा किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया संज्ञान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना स्थल पर बेकाबू स्थिति को काबू में करने के लिए एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार को लखीमपुर खीरी भेजा है. घटना के बाद से किसान नेताओं ने योगी सरकार पर हमला बोल दिया है. वहीं विपक्षी दल भी पीड़ित परिवारों से मिलने लखीमपुर खीरी पहुंचना शुरू हो गए हैं.