भोपाल। भावांतर भुगतान योजना में 30 लाख अपात्र लाभार्थियों के नाम सामने आने के बाद एक बार फिर सियासत शुरू हो गई है. कांग्रेस सरकार इस मामले की जांच करने की बात कह रही है. सरकार के मुताबिक बीजेपी शासन में शुरू की गई भावांतर योजना में 30 लाख ऐसे लोग हैं, जो नौकरीपेशा हैं और टैक्स देते हैं या फिर ऐसे जो कारोबारी हैं. जिस पर पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पटलवार करते हुए कहा कि ये योजनाएं बंद नहीं होनी चाहिए.
मिश्रा का कहना है कि जनहितैषी योजनाओं को बंद करना चाहते हैं, जबकि इसका फायदा तो गरीबों को मिल रहा है. अगर कोई योजना में अपात्र है तो उन्हें हटाओ, लेकिन योजनाएं तो बंद नहीं की जानी चाहिए. अगर कोई योजना खराब है तो उसके बारे में बताएं. चाहे वह तीर्थ दर्शन योजना हो या फिर संबल योजना हो, लेकिन उसे बंद तो नहीं किया जाना चाहिए.