हैदराबाद। शाम ढलते ही चांद निकलना शुरू हो जाता है, लेकिन गुरुवार यानी 24 जून की शाम का चांद कुछ खास है. दरअसल, गुरुवार को जो चांद निकलेगा वह सूपर मून (Super Moon) होगा. यह एक ऐसा सूपर मून है जिसे कई नामों से जाना जाता है. इनमें से एक नाम हनी मून (Honey Moon) भी है.
सूपर मून के हैं कई नाम
यूं तो इस सूपर मून के कई नाम है, लेकिन इनमें सबसे प्रमुख नाम स्ट्रॉबैरी मून (Strawberry Moon) है. इसके अलावा इसे रोज मून (Rose Moon), हॉट मून (Hot Moon) और हनी मून (Honey Moon) के नाम से भी जाना जाता है. आज यह मून सामान्य मून के मुकाबले साइज में आंशिक रूप से बड़ा होगा, इसलिए इसे सूपर मून (Super Moon) कहा जाता है. यह मून धरती के चारों ओर अपने ऑर्बिट (Orbit of Moon) में चक्कर लगाते वक्त नजदीक आएगा, जिसके चलते यह बड़ा दिखाई देगा.
जाने क्यों पड़े इतने नाम
अमेरिकन म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री की एस्ट्रोफिजिसिस्ट जैकी फैहर्टी बताते हैं कि मून (Moon) को इस तरह के नाम देकर लोग अपने-अपने हिसाब से समझने की कोशिश करते हैं. यह कोई वैज्ञानिक नाम नहीं हैं. आमतौर पर लोग इस चांद का नाम रंग, समय और स्थिति के अनुरूप रखते हैं.
स्ट्रॉबैरी मून
उत्तरी अमेरिका में इस सूपरमून का नाम स्ट्रॉबैरी मून (Strawberry Moon) रखा गया है. यह नाम एल्गोनक्विन आदिवासियों (Algonquin Tribes) ने रखा है. दरअसल, इस समय स्ट्रॉबैरी फल को काटने का समय होता है, इसलिए इस मून का नाम स्ट्रॉबैरी मून रख दिया गया. यह स्ट्रॉबैरी के रंग का लाल या गुलाबी तो नहीं होता, लेकिन हल्का गुलाबी दिखता है. कई बार यह वातावरण की रासायनिक क्रियाओं (Chemical Reaction) पर भी निर्भर करता है. असलियत में तो यह सोने के रंग जैसा पीला दिखाई देता है.