भोपाल।मध्य प्रदेश में घटित हो रही घटनाओं को लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग लगातार जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब तलब कर रहा है. मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पिछले दिनों मध्यप्रदेश में घटित हुई घटनाओं पर स्वतः सज्ञान लेते हुए कई मामलों में जिम्मेदार अधिकारियों से समय सीमा के अंदर तथ्यात्मक जवाब मांगा है. इसमें से एक मामला छिंदवाड़ा का बड़ा ही दिलचस्प है, जिसमें एक 9 साल पहले मरी हुई युवती जिसके लिए उसके पिता और भाई को पुलिस ने आरोपी बना कर जेल भेज दिया था. वह अचानक जीवित हो गई. इस पूरे मामले में मानव अधिकार आयोग ने SP छिंदवाड़ा से जवाब तलब किया है.
छिंदवाड़ा में युवती का डीएनए टेस्ट:मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष मनोहर ममतानी एवं माननीय सदस्य राजीव कुमार टंडन ने प्रदेश में घटित हो रही घटनाओं पर स्वतः संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है. छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा थानाक्षेत्र की सिंगोडी चौकी अंतर्गत जोपनाला गांव में चैंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां पुलिस रिकाॅर्ड में 9 साल पहले मर चुकी लड़की अचानक जिंदा हो गई. बीते बुधवार को लड़की की DNA रिपोर्ट आने के बाद पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े हो गए. छिंदवाड़ा एसपी का कहना है कि "अब डीएनए रिपोर्ट शामिल कर जल्द ही दोबारा जांच की जाएगी."
छिंदवाड़ा एसपी से सवाल:इस मामले में लड़की 9 साल पहले घर से लापता हो गई थी. उसके पिता ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी. बाद में पुलिस ने युवती का मर्डर होना बताते हुए एक कंकाल मिलने पर पिता और भाई को जेल भेज दिया था. मार्च में जब युवती को पता चला तो वह घर पहुंची और बताया कि मैं जिंदा हूं. तब पुलिस ने DNA टेस्ट कराया, जिसमें पुष्टि हुई कि लड़की ही है. सवाल यह है कि वह कंकाल किसका था. कंकाल का डीएनए क्यों नहीं कराया गया. मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने एसपी छिंदवाड़ा से इस पूरे मामले में एक माह में तथ्यात्मक जवाब मांगा है.
गुना में स्ट्रेचर पर पत्नी लिए भटकता रहा बुजुर्ग:जिला चिकित्सालय में एक बार फिर अमानवीय तस्वीर देखने को मिली है. जब एक बुजुर्ग देर रात पत्नी को स्ट्रेचर पर लेटाकर इलाज के लिए इधर-उधर भटकता रहा. जैसे-तैसे डाक्टर ने महिला को देखा तो बुजुर्ग को उसकी सोनोग्राफी कराने निजी पैथोलाॅजी भेज दिया. इस दौरान बुजुर्ग आधा किमी तक महिला को स्ट्रेचर पर पैथोलाॅज लेकर पहुंचा तो, यहां से उन्हें अगले दिन सुबह आने का कहकर भगा दिया. परेशान बुजुर्ग दंपति का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने CMHO गुना से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्रवाई के संबंध में 3 सप्ताह में जबाव मांगा है. साथ ही अस्पताल में सोनोग्राफी की सुविधा है की नहीं इसकी जानकारी का भी प्रविवेदन मांगा है.