मध्यप्रदेश में साल के आखिर में कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार हैं. मौसम विभाग का कहना है पश्चिमी मध्यप्रदेश के इलाकों में शीत लहर चलने की भी आंशका है.
मौसम का हाल
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Published : Dec 26, 2020, 10:15 PM IST
भोपाल। प्रदेश के रहवासियों को साल-2020 की विदाई तेज ठंड के साथ करना पड़ सकती है.हवाओं का रुख लगातार उत्तरी और उत्तर-पूर्वी बना रहने से प्रदेश में रात के समय ठंडक बरकरार है. मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वेस्टर्न डिस्टर्वेंस से नार्थ इंडिया में बर्फबारी हो रही है. इसका असर मध्यप्रदेश में एक दिन तक तो नहीं पड़ेगा, लेकिन सोमवार से न्यूनतम तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू होने की संभावना है. जिससे प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ सकती है.
मौसम विज्ञानी पीके साहा
भोपाल में तापमान
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्शियस दर्ज हुआ. जो सामान्य से एक डिग्री अधिक रहा. न्यूनतम तापमान 8.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ. यह सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम रहा.
साल के अंत में शीत लहर से हो सकता है सामना
मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में सक्रिय है. इस सिस्टम की फ्रिक्वेंसी अधिक होने से नार्थ इंडिया के पहाड़ों में जबरदस्त बर्फबारी हो रही है. हालांकि पश्चिमी विक्षोभ की मौजूदगी के बावजूद हवा का पैटर्न बीच-बीच में उत्तरी होने से दिन और रात के तापमान में अपेक्षाकृत बढ़ोतरी नहीं हो रही है.28 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ने लगेगा. साथ ही हवा का रुख भी उत्तरी होने लगेगा. इससे राजधानी सहित पूरे प्रदेश में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू होने लगेगा. 29 दिसबंर के बाद पश्चिमी मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं शीतलहर भी चलने की संभावना है.
इस क्षेत्रों में भी कड़ाके की ठंड के आसार
तापमान में गिरावट के चलते ग्वालियर-चंबल, उज्जैन व भोपाल संभाग के कुछ क्षेत्र भी ठंड की चपेट में आ सकेत हैं. जिसके चलते इसका असर फसलों पर भी पड़ सकता है. खासकर सब्जियों को नुकसान होने की आशंका है.