भोपाल। मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश की वजह से इंदौर-उज्जैन सहित कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. निचली बस्तियों में जहां एक और पानी भर गया है. वहीं नर्मदा एवं उसकी सहायक नदियों में जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. मध्य प्रदेश में सितंबर में हुई बारिश के कारण जिन जिलों में औसत वर्षा का आंकड़ा सामान्य से भी कम था. अब उन जिलों में भी बारिश का आंकड़ा सामान्य होने जा रहा है. अगस्त में कई जिले जो कि सूखे की जद में आ गए थे, वह अब इससे बाहर आ गए है.
20 से ज्यादा जिलों में येलो अलर्ट जारी: मध्य प्रदेश में सक्रिय वेदर सिस्टम अब गुजरात की और बढ़ रहा है, लेकिन अभी भी इसका असर प्रदेश के मौसम में अगले दो दिनों तक बना रहेगा. इसके चलते आज भी प्रदेश के कई जिलों खास कर जो जिले गुजरात की सीमा से लगे हुए हैं. उनमें बारिश का ऑरेन्ज अलर्ट जारी किया गया है. इसके साथ ही 20 से ज्यादा जिलो में आज भी येलो अलर्ट जारी किया गया है. मध्य प्रदेश मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश में अलीराजपुर के काटीवाड़ा में 341 मिमि झाबुआ के मेघनगर में 316 मिमि और धार में 301.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. इन तीनों जगह पर यह बारिश का सर्वाधिक आंकड़ा है. प्रदेश में बना सिस्टम अभी भी प्रदेश में सक्रिय है. इसके अलावा मॉनसून की दो टर्फ लाइन जो कि अब मर्ज हो चुकी है और वह देवास-शाजापुर होते हुए जैसलमेर की और जा रही है.