अमित शाह ने प्रवासी विधायकों से लिया नर्मदापुरम और भोपाल विधानसभा की सीटों का फीडबैक, कहा- 2 दिन में किया जाए डैमेज कंट्रोल का प्रयास
Amit Shah Took Meeting: एमपी चुनाव 2023 के लिए भोपाल पहुंचे अमित शाह ने प्रवासी विधायकों से नर्मदापुरम और भोपाल विधानसभी की सीटों का फीडबैक लिया. इस दौरान शाह ने कहा कि 2 दिन में डैमेज कंट्रोल का प्रयास किया जाए.
भोपाल।टिकट वितरण के बाद भाजपा में उठ रहे बगावती तेवरों को थामने अब गृह मंत्री अमित शाह ने एमपी में खुद मोर्चा संभाल लिया है. शनिवार से तीन दिन के प्रदेश के दौरे पर आए शाह ने शाम को जबलपुर में महाकौशल के 38 विधानसभा के प्रभारियों की बैठक ली, इसके बाद वे रात करीब दस बजे भोपाल आए और यहां उन्होंने 36 विधानसभा के पदाधिकारियों की बैठक ली. इस बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान, वीडी शर्मा, भूपेन्द्र यादव, अश्वनी वैष्णव, शिवप्रकाश और हितानंद मौजूद रहे.
फिलहाल बैठक में शाह ने आला नेताओं से कहा कि "दो दिन के अंदर डैमेज कंट्रोल हो जाए, इसके प्रयास किए जाएं." बैठक के दौरान उन्होंने उन नेताओं को भी बुलाया गया जो टिकट ना मिलने से असंतुष्ट चल रहे थे और जिनके निर्दलीय मैदान में उतरने की संभावना थी.
भोपाल चार घंटे देर से आए अमित शाह:शाह को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शाम 6 बजे आना था पर जबलपुर बैठक में समय लगने के कारण वे 4 घंटे देरी से भोपाल आए, इस दौरान भाजपा कार्यालय में बैठक में अपेक्षित कार्यकर्ता उनका इंतजार करते रहे. फिलहाल अब आज शाह रविवार को खजुराहों में सागर संभाग की बैठक लेंगे, इसके बाद वे रीवा- शहडोल और उज्जैन में भी संभागीय बैठकों को संबोधित करेंगे.
अमित शाह ने प्रवासी नेताओं को बुलाकर मांगा फीडबैक:मध्य प्रदेश में 36 सीटों की जिम्मेदारी संभालने वाले पदाधिकारियों के साथ अमित शाह ने देर रात तक मंथन किया, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग की 36 सीटों को साधने की रणनीति बनाई गई. बैठक में जिला अध्यक्ष, महामंत्री समेत सभी के मोर्चे के जिला अध्यक्ष बैठक में शामिल हुए. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह भी शाह के साथ बैठक में शामिल हुए. (MP Vidhan Sabha Chunav 2023)
बाहरी विधायक भी पहुंचे है भोपाल:शाह ने संभागीय बैठक के पहले प्रवासी विधायको से ग्राउंड रिपोर्ट पर चर्चा की, जिसमें शाह ने जाना कि भोपाल और नर्मदापुरम की ग्राउंड रिपोर्ट क्या कह रही है और जो प्रत्याशी हैं, उनको लेकर कार्यकर्ता और जनता की क्या सोच है. बता दें कि देशभर के 230 प्रवासी विधायकों को एमपी के 230 सीटों की जिम्मेदारी दी गई थी, अब ये नेता अपनी रिपोर्ट शाह को दे रहे हैं.
नर्मदापुरम संभाग के हाल:नर्मदापुरम संभाग में तीन जिले हैं. नर्मदापुरम, बैतूल और हरदा. इन तीन जिलों में विधानसभा की 11 सीटें हैं, इनमें से 3 सीटें एसटी वर्ग और 2 सीटें एससी की सीटें आरक्षित हैं. 2018 में बीजेपी को 11 सीटों में से 7 सीटें तो कांग्रेस ने 4 सीटें मिली थीं. वहीं 2013 में 11 में से 10 सीटें बीजेपी ने जीती थीं और कांग्रेस को सिर्फ एक सीट ही मिली थी.