भोपाल। मध्य प्रदेश में इस वर्ष के अंत में विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं. भारत निर्वाचन आयोग ने चुनावी तैयारी शुरू कर दी है. भारत निर्वाचन आयोग ने राज्य सरकार को पहले ही निर्देश दे चुका है कि जिन अधिकारियों-कर्मचारियों को एक ही स्थान पर तीन वर्ष से अधिक समय की पदस्थापना हो, वहां हटाकर अन्यत्र पदस्थ किया जाए. राज्य सरकार ने इस आदेश का पालन भी तेजी से कर रही है. बुधवार को साढ़े 600 से अधिक पुलिस निरीक्षकों के तबादले करने के बाद गुरुवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा के 25 और राज्य प्रशासनिक सेवा के 42 अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं.
केजी तिवारी बने जल संसाधन विभाग में अपर आयुक्त:राज्य सरकार ने आईएएस और एसएएस के लिए अलग-अलग आदेश जारी किए हैं. जितने भी अधिकारी गुरुवार को इधर से उधर किए गए हैं, लगभग सभी एक स्थान पर तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं या इस वर्ष नवंबर-दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के समय तक पूरा करने जा रहे हैं. आईएएस केजी तिवारी को आदिवासी विकास विभाग से हटाकर जल संसाधन विभाग में अपर आयुक्त बनाया गया है. वहीं आईएएस जमुना भिड़े को अपर आयुक्त इंदौर बनाया गया है. राप्रसे के स्थानांतरित किए गए अधिकांश अधिकारी एसडीएम, संयुक्त कलेक्टर, अपर कलेक्टर जैसी मैदानी पदस्थापना वाले हैं. वहीं, आईएएस अधिकारियों में भी बड़ी संख्या में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, अपर कलेक्टर शामिल हैं. 2019 बैच के आईएएस अधिकारियों को पहली बार जिला पंचायत का सीईओ बनाया गया है.
जिला पंचायत उज्जैन के सीईओ बने अजय देव शर्मा:आदेश के तहत स्थानांतरित किए गए आईएएस अधिकारियों में रतलाम जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) जमुना भिड़े को अपर आयुक्त इंदौर संभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. अपर कलेक्टर इंदौर अजय देव शर्मा को जिला पंचायत उज्जैन का सीईओ बनाया गया है. जिला पंचायत दमोह के सीईओ अजय श्रीवास्तव को आदिवासी विकास विभाग का अपर आयुक्त बनाया. जिला पंचायत मंडला की सीईओ रानी बाटड़ को शहडोल संभाग की अपर आयुक्त राजस्व बनाया गया है. शहडोल के अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा को जिला पंचायत दमोह का सीईओ, धार के अपर कलेक्टर किरोड़ी लाल मीना को संचालक राज्य कम्प्यूटर सिक्यूरिटी इंसीडेंट रिस्पांस टीम बनाया गया है. जिला पंचायत बैतूल के सीईओ अभिलाष मिश्रा को इंदौर नगर पालिक निगम का अपर आयुक्त बनाया गया है.