भोपाल।भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश में प्रवेश से पहले राहुल गांधी के नाम मिली धमकी का मामला सियासी तूल बनता जा रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने एक ओर जहां मुख्यमंत्री से मुलाकात कर सुरक्षा की मांग की है. वहीं इस पूरे मामले में अब राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने भी सुर से सुर मिलाए हैं. इधर कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी हर मामले को सिर्फ मुद्दा बनाती है, लेकिन प्रदेश की जनता सब समझती है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, राहुल गांधी की सुरक्षा व्यवस्था काम पुलिस प्रशासन के हाथ में है.
विपक्ष को सुरक्षा देने की प्रथा पुरानी: मीडिया से बातचीत करते हुए राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने कहा कि मध्यप्रदेश में विपक्ष को सुरक्षा देने की प्रथा कांग्रेस के जमाने से चली आ रही है और वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी यही उम्मीद है कि वे इसे जारी रखेंगे. जहां तक नेताओं को मिलने वाली धमकी का मामला है. तो यह तस्वीर राजीव गांधी के समय भी सामने आई थी. जब दक्षिण भारत यात्रा के दौरान उन्हें धमकी मिली थी, लेकिन उसके बाद दुखद घटना घटित हुई. जहां तक प्रदेश का सवाल है तो पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और राहुल गांधी को कड़ी सुरक्षा उपलब्ध कराई जानी चाहिए.
संघ प्रमुख से नहीं है परेशानी:हाल ही में मध्य प्रदेश दौरे पर आए सर संघ प्रमुख मोहन भागवत के आगमन को लेकर राज्य सभा सांसद विवेक तन्खा बेफिक्र दिखे. उनका कहना था कि संघ के वो प्रमुख हैं.वह आएं, दौरे करें और बैठकें भी ले. उससे उन्हें कोई परेशानी नहीं है. जहां तक आदिवासी वोटरों को साधने का सवाल है तो बीते दिनों जनजातीय दिवस आयोजित कर बीजेपी आदिवासियों पर फोकस बढ़ा रही है.