भोपाल। रूस के हमले के बाद यूक्रेन में स्थिति भयावह होती जा रही है. मध्य प्रदेश के कई छात्र यूक्रेन में फंसे हैं, जो वतन वापसी की गुहार लगा रहे हैं. प्रदेश में उनके परिजन परेशान हैं. वो भी सरकार से बच्चों को जल्द-से-जल्द वापस लाने की गुहार लगा रहे हैं. इधर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि एमपी के 86 छात्र यूक्रेन में फंसे हैं, जिन्हें वापस लाने की कोशिश हो रही है. वहीं शुक्रवार रात एयर इंडिया की दो फ्लाइट यूक्रेन में फंसे भारतीय को लाने जाएगी और इसका खर्चा भारत सरकार उठाएगी.
विदिशा की सृष्टि बोलीं-खत्म हो रहे पैसे
यूक्रेन में फंसे भारतीयों में विदिशा के गंज बासौदा की छात्रा सृष्टि सोनी भी शामिल है. उसने वीडियो मैसेज के जरिए वहां के हालात की जानकारी देते हुए, खुद को निकालने की अपील की है. सृष्टि का कहना है कि उनके पास पैसे भी खत्म हो रहे हैं, और हर पल मुसीबत बढ़ती जा रही है. इधर सीहोर के दो छात्र शुभम और दिव्या यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे थे, जो अब फंस गए हैं. यहां छात्रों के परिजन चिंतित हैं, वहीं उन्होंने माता-पिता से विडियो कॉल पर बात कर मदद की गुहार लगाई है.
"सुनी पर रूस ने किया कब्जा, पापा मुझे निकालो"
ग्वालियर का एक छात्र पीयूष सक्सेना भी यूक्रेन की सुनी शहर में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है. हमले के बाद रूस ने सुनी शहर पर कब्जा कर लिया है. उनके पिता तरुण सक्सेना का कहना है कि 2 दिन पहले ही रोज की तरह रात को बात हुई लेकिन जब सुबह उठकर देखा तो पता चला कि रूस ने हमला बोल दिया है. तरुण सक्सेना ने देश के प्रधानमंत्री से भारतीय छात्रों को वापस बुलाने की गुहार लगाई है. वहीं श्योपुर के छात्र गोविंद राठौर भी फंस गए हैं. जिसकी सलामती को लेकर उसका परिवार बेहद चिंतित है, क्योंकि रूस की सेना यूक्रेन पर लगातार मिसाइलें दाग रही हैं.
रोमानिया होते हुए भारत लौटने का प्लान
सागर के रहली का अक्षय पटेल एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए यूक्रेन के ओडिशा शहर में हैं . अक्षय ने फोन पर बताया कि हम लोग अभी यूक्रेन के ओडिशा में सुरक्षित हैं. अक्षय ने बताया कि हम सभी लोग यूक्रेन से रोमानिया जा रहे हैं, जो कि 400 किलोमीटर दूर है. वहां से भारत आने की व्यवस्था मिलेगी. उन्होंने बताया कि यूक्रेन में काउंसलर के माध्यम से रोमानिया जाने की व्यवस्था की जा रही है. अक्षय के पिता दयाराम पटेल ने कहा कि ईश्वर से हमलोग कामना कर रहे हैं कि वह सुरक्षित वापस घर लौट आए.