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MP Priest Protest: विधानसभा का घेराव करने पहुंचे पुजारी, पुलिस ने किया गिरफ्तार, शिवराज सरकार पर लगाया ये आरोप

मध्यप्रदेश के पुजारी बुधवार को विधानसभा का घेराव करने पहुंचे. जहां पुलिस ने उन्हें रोक लिया और गिरफ्तार किया. वहीं गुस्साए पुजारियों ने शिवराज सरकार पर आरोप लगाए हैं. इस मामले को लेकर कांग्रेस ने भी बीजेपी पर निशाना साधा है.

MP Priest Protest
भोपाल में पुजारियों को विरोध

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Published : Jul 12, 2023, 4:16 PM IST

भोपाल में पुजारियों को विरोध

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा का घेराव करने जा रहे पुजारियों को भोपाल पुलिस ने नानके पेट्रोल पंप के पास ही बैरिकेडिंग करके रोक दिया. वहीं विरोध बढ़ता देख पुलिस ने इन पुजारियों को गिरफ्तार किया. इस दौरान विरोध जता रहे पुजारियों की पुलिस से बहस भी हुई. वहीं पुजारियों का कहना था कि इनकी मांगों के निराकरण के लिए ना ही कांग्रेस सरकार आई और ना ही बीजेपी सरकार आई है. पुजारियों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो वे व्यापक आंदोलन करेंगे.

पुलिस ने पुजारियों को रोका: मठ मंदिरों पर पुजारियों का अधिकार और शासन प्रशासन का नियंत्रण हटाने की मांग कर रहे पुजारियों ने विधानसभा घेराव करने की कोशिश की. साउथ टीटी नगर राम मंदिर समिति को पुलिस ने पेट्रोल पंप के पास ही रोक दिया. पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर इन्हें रोका तो यह सभी वहीं धरने पर बैठ गए. कई घंटे नारेबाजी करने के बाद आखिरकार पुलिस से उनकी बहस भी हुई और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. पुजारी संघ के अध्यक्ष का कहना था कि "प्रदेश में पुजारियों को संरक्षण नहीं मिल रहा है. शिवराज ने कहा था कि मठ मंदिर, पुजारी के अधिकृत होंगे, लेकिन अभी भी अधिकारियों के अधीन है. दबंगों द्वारा मंदिरों पर अवैध कब्जा किया जा रहा है. तहसीलदार और कलेक्टर इन जमीनों को नीलाम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पुजारियों के हित की बात तो कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही करती है, लेकिन उनके लिए आगे बढ़कर कोई निर्णय नहीं लेती.

विरोध जताते पुजारी

धर्म का चोला ओढ़कर अधर्म के रास्त पर चल रही बीजेपी: कांग्रेस मठ मंदिर पुजारी संघ के अध्यक्ष ने कहा कि पुजारियों के समस्त संगठनों के नेतृत्व में इन्हीं सब समस्याओं को लेकर विधानसभा का घेराव किया गया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे जाने नहीं दिया. जिसके बाद पुलिस से इनकी बहसबाजी भी हुई और पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुजारियों का कहना है कि "मध्य प्रदेश में धर्म कि बात करने वाली भाजपा सरकार धर्म का चोला ओढ़कर अधर्म के रास्ते पर चल रही है. परशुराम जयंती पर प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान द्वारा मठ, मंदिर के सरकारीकरण कि घोषणा समाप्त करने का वचन सभी साधु-संत और ब्राह्मण समाज के सामने करते हैं, लेकिन कलेक्टर व्यवस्थापक के रूप में मंदिर की भूमि पर से नहीं हटाये गये."

पुजारियों को गाड़ी में भरकर ले जाती पुलिस

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पुजारियों में आक्रोश, कांग्रेस ने कसा तंज:उन्होंने कहा "इसके विपरीत शासन के नुमाइंदे कलेक्टर एवं तहसीलदार मंदिरों कि जमीन निलामी के आदेश निकाल कर पुजारी को परेशान कर रहे हैं. पुजारियों को मंदिर से दबंगों द्वारा बेदखल किया जा रहा है. पुजारियों के मकानों पर जेसीबी बुलडोजर चलाए जा रहे हैं. विदिशा में पुजारी एवं पुजारी कि बेटी को इतना प्रताड़ित किया गया कि दोनों पिता-पुत्री ने विवश होकर आत्महत्या कर ली. जिला धार, रतलाम, नीमच, उज्जैन, देवास के तहसीदार द्वारा पुजारियों की जमीन की नीलामी के आदेश निकाल कर प्रदेश के मुखिया के घोषणा की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है. सदियों से मंदिर पर पूजा-अर्चना करते आ रहे पुजारियों को शासन-प्रशासन द्वारा किसी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है." वहीं पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने के मामले में कांग्रेस में भी पलटवार किया है. कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने आरोप लगाया कि एक और शिवराज सरकार पुजारियों के हित की बात करती है. वहीं दूसरी और उन्हीं की पुलिस इन पुजारियों को गिरफ्तार करती है. ऐसे में शिवराज की कथनी और करनी में अंतर साफ नजर आता है."

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