MP Patwari Recruitment Scam: भोपाल में पटवारी परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों का धरना, टॉपर पूजा रावत ने कही ये बात, समर्थन में आये कमलनाथ - mp news
एमपी में पटवारी भर्ती स्कैम के बाद प्रदर्शन शुरू हो गये हैं. भोपाल में पटवारी परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों धरना दे रहे हैं. पूर्व सीएम कमलनाथ ने Tweet कर पटवारी परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों को सपोर्ट किया है.
भोपाल में पटवारी चयनित अभ्यर्थियों का प्रदर्शन
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Published : Jul 17, 2023, 10:00 PM IST
भोपाल में पटवारी परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों का धरना
भोपाल।पटवारी भर्ती परीक्षा में चयनित छात्रों ने भोपाल में धरना दिया. धरने में शामिल टॉपर पूजा रावत ने सरकार से इनके डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के साथ 15 अगस्त तक नियुक्तियां दिए जाने की मांग की है. वहीं, इन चयनित अभ्यार्थियों के समर्थन में कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा कि "4 महीने बाद कांग्रेस की सरकार आ रही है और उसके बाद प्रदेश में सारे घोटाले और भ्रष्टाचार समाप्त हो जाएंगे. पटवारी भर्ती परीक्षा में हुए घोटाले को लेकर भोपाल में हजारों की संख्या में अभ्यर्थी शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं. मैं इनके प्रदर्शन का समर्थन करता हूं."
जल्द हो पटवारी नियुक्ति:भोपाल के नीलम पार्क में सैकड़ों की संख्या में मौजूद इन चयनित अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया और सरकार के सामने दो सूत्रीय मांग रखी. इन छात्रों को लीड कर रहे शुभम शर्मा का कहना था कि "उनका चयन बड़ी मेहनत के बाद इस पटवारी परीक्षा के लिए हुआ है, लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अभी इसकी प्रक्रिया पर रोक लगा दी है. ऐसे में इनके भविष्य के साथ भी खिलवाड़ हो रहा है. क्योंकि इन्होंने तो एग्जाम पूरी मेहनत के साथ दिया है. इसलिए इन सभी के डॉक्यूमेंट का वेरिफिकेशन तत्काल किया जाना चाहिए. क्योंकि भले ही आप जांच कराते रहें लेकिन इनका डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन तो तत्काल किया जाना चाहिए."
पटवारी भर्ती निरस्त नहीं जल्द नियुक्ति दी जाए:इस धरने में शिवपुरी से पूजा रावत भी शामिल हुईं. पूजा उन टॉप 10 छात्रों में शामिल थीं जिन्होंने एनआरआई कॉलेज से एग्जाम दिया था. पूजा का कहना है कि "कॉलेज का केंद्र उनको अपने आप मिला था. जबकि उन्होंने उस केंद्र के लिए अप्लाई नहीं किया था. ऐसे में अगर उनका टॉप टेन में नाम है तो वह पढ़ाई के कारण है. इसमें उनका क्या दोष है. पूजा कहती हैं कि उनके पिता किसान हैं. वह गरीब परिवार से आती हैं और जिस तरह से टॉप टेन बच्चों को लेकर शंका जताई जा रही है. ऐसे में उनके परिवार के ऊपर भी मानसिक दबाव है. लोग उन्हें आए दिन ताने मारते हैं. पूजा कहती हैं कि "मुख्यमंत्री भले मामले की जांच कराते रहें लेकिन जो समय सीमा इसके लिए निर्धारित की गई थी. वह 15 अगस्त थी. ऐसे में 15 अगस्त तक सरकार ने नियुक्ति देने की बात की थी. इसलिए इनको नियुक्ति दी जाए."
एमपी का नाम हो रहा खराब: पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि "शिवराज सरकार ने मध्य प्रदेश को जिस तरह से भर्ती घोटालों का प्रदेश बना दिया है, उसमें किसी भी नौजवान का भविष्य सुरक्षित नहीं है. हर भर्ती घोटाले के तार अंततः सत्ताधारी पार्टी के नेताओं से जुड़ते हैं और प्रदेश की सरकार घोटाले के सूत्रधारों को बचाने का प्रयास करती रहती है. भ्रष्टाचार को संरक्षण देने की शिवराज सरकार की नीति के कारण न सिर्फ नौजवानों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है बल्कि पूरी दुनिया में मध्यप्रदेश का नाम खराब हो रहा है. मैं नौजवानों को भरोसा दिलाता हूं कि 4 महीने बाद प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनेगी तब घोटाले, भ्रष्टाचार और कमीशन का राज समाप्त होगा, आपको योग्यता के अनुसार विधि सम्मत तरीके से रोजगार मिलेगा."