भोपाल।पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता अरुण यादव ने ग्रुप 2 सब ग्रुप 4 की मेरिट लिस्ट घोटाले की आशंका जताई है. अरुण यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि इस मेरिट लिस्ट में जो टॉप 10 बच्चे हैं. उसमें से 7 बच्चों का सेंटर एनआरआई कॉलेज ग्वालियर है. जबकि परीक्षा के लिए 9000 चयनित अभ्यर्थियों में से 1000 का सेंटर यही कॉलेज था. अधिकतर बच्चे इसी कॉलेज से ही मेरिट लिस्ट में क्यों है. प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए की अरुण यादव ने कहा कि इसका नाम व्यपाम से बदल कर कर्मचारी चयन मंडल शिवराज सरकार ने कर दिया है, लेकिन धांधली बरकरार है. इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए.
अरुण यादव ने उठाए सवाल:पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा ग्रुप 2 सब ग्रुप 4 की मेरिट लिस्ट आई. जिसकी आशंका थी, वो सच हुई. टॉप 10 में से 7 बच्चों का सेंटर NRI कॉलेज ग्वालियर है. 9 हजार चयनित अभ्यर्थियों में से लगभग 1 हजार चयनित अभ्यर्थियों का सेंटर NRI कॉलेज था. ज्यादातर टॉपर्स के हस्ताक्षर हिंदी में है व उनके इंग्लिश में 25/25 आये हैं. एक ही सेंटर से इतने टॉपर्स का आना, लगभग सबके हिंदी में हस्ताक्षर होना घोटाले की शंका को गहरा कर रहा है. पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा कि "शिवराज जी व्यापम का नाम बदलने से घोटाले बंद नहीं होते, उसके लिए कार्रवाई करना पड़ेगी. इसकी उच्च स्तरीय जांच कराएं, क्योंकि इसमें भी घोटाला हुआ है.