भोपाल।मध्य प्रदेश पटवारी भर्ती में गड़बड़ियों की जांच अब हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज कराई जाएगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. सीएम ने इसके पहले शिवनी जिले में विकास यात्रा के दौरान कहा था कि पटवारी भर्ती परीक्षा में जब तक संदेश खत्म नहीं होगा तब तक नियुक्तियां नहीं होंगी. गड़बड़ी करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा, इसके बाद सीएम ने देवस्थान ट्वीट कर जानकारी दी कि हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज राजेंद्र कुमार वर्मा को जांच के लिए नियुक्त किया गया है. जांच में परीक्षा से संबंधित शिकायतों और जांच के दौरान आने वाली अन्य बिंदुओं की भी जांच की जाएगी. जांच के निष्कर्षों के आधार पर अनुशंसा से 31 अगस्त तक राज्य शासन को प्रस्तुत होगी.
पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर लगातार उठ रहे सवाल:पटवारी भर्ती परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद से ही इसके परिणाम को लेकर सवाल उठ रहे हैं. परीक्षा को लेकर दिल्ली की लगातार नई खबरें आती रही. पटवारी भर्ती परीक्षा कि जो मेरिट समिति सामने आई उसमें सामने आया कि टॉप टेन टॉपर्स में जिन 7 लोगों ने जगह बनाई थी सभी ग्वालियर के एक बीजेपी नेता के NRI कॉलेज में बनाए गए एग्जाम सेंटर से थे. इसके अलावा इस मामले में फर्जी विकलांग सर्टिफिकेट से नौकरी पाने के आरोप भी लगे हैं. आरोप लग रही है कि पटवारी परीक्षा की मेरिट सूची में दिव्यांग कोठ में एक दर्जन से ज्यादा उम्मीदवारों का चयन हुआ. इन सभी को सुनने में कठिनाई थी. इनमें से कई छात्र जो पटवारी परीक्षा में दिव्यांग बनकर सिलेक्ट हुए वही दूसरी परीक्षाओं में सामान्य छात्र के तौर पर शामिल हुए थे.