भोपाल/जबलपुर।मध्य प्रदेश से सटे तीन राज्यों में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Corona New Variant Omicron MP) के मरीज मिलने के बाद प्रदेश में भी इसे लेकर चिंता बढ़ गई है. सरकार भी अलर्ट मोड पर है, लगातार बैठकें की जा रही है. अधिकारियों को जरूरी निर्देश भी दिए जा रहे हैं. शिवराज सरकार दावा कर रही है कि तीसरी लहर अगर आती है, तो उससे लड़ने की पूरी तैयारी है. लेकिन प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था कुछ और ही हकीकत बयां कर रही है (MP corona update).
एमपी में ओमीक्रोन का कितना खतरा(MP Omicron Variant Alert)
देश-दुनिया में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को लेकर दहशत है. भारत में चंद दिनों में ही 23 केसेस सामने आ चुके हैं. फिलहाल ओमीक्रोन ज्यादातर उन मरीजों में मिल रहा है जिनकी ट्रैवल हिस्ट्री दक्षिण अफ्रीका रही है. अब तक पांच अलग-अलग राज्यों में 23 ओमीक्रोन (Omicron cases in India) के मरीज मिले हैं. इनमें कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली और राजस्थान शामिल हैं. वहीं गोवा के संदिग्ध केस कन्फर्म होने के बाद यह आंकड़ा बढ़ सकता है. मध्य प्रदेश के लिए टेंशन की बात ये है कि इन पांच राज्यों में से तीन राज्य गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान की सीमा मध्य प्रदेश से लगती है. ऐसे में मध्य प्रदेश में भी (omicron alert in mp) ओमीक्रोन को लेकर अलर्ट रहने की सख्त जरूरत है.
मध्यप्रदेश के 3 राज्यों से लगे हैं ये जिले(Omicron in neighboring state of MP)
राजस्थान की सीमा से प्रदेश के 10 जिले लगते हैं. इनमें झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, राजगढ़, गुना, शिवपुरी, श्योपुर और मुरैना शामिल हैं. गुजरात की सीमा से दो जिले झाबुआ और अलीराजपुर हैं. वहीं, महाराष्ट्र की सीमा से 8 जिले बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी और बालाघाट लगते हैं. बता दें कि भारत में सबसे पहले दो मरीज कर्नाटक में 2 दिसंबर को मिले थे. सबसे ज्यादा केस रविवार को मिले. अब महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 10 ओमीक्रोन संक्रमित मरीज हैं. अभी ओमीक्रोन मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ सकती है, क्योंकि हाई रिस्क देशों से आने वाले यात्रियों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए गए हैं. बड़ी बात यह है कि इनमें कई लोग ऐसे हैं जो कोरोना की दोनों डोज ले चुके हैं, फिर भी संक्रमित हो गए.
जनवरी में आ सकती है तीसरी लहर- सीएम ( MP CM Shivraj On third wave)
सीएम शिवराज सिंह लगातार प्रदेश में कोरोना के हालात पर नजर बनाए हुए हैं. मंगलवार को भोपाल में कैबिनेट मीटिंग के दौरान भी नए वरिएंट पर चर्चा हुई. इस दौरान सीएम ने आशंका जताई की प्रदेश में जनवरी में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है. हालांकि इससे निपटने के लिए उन्होंने वैक्सीनेशन और अस्पताल में दुरुस्त व्यवस्था पर जोर दिया.
27 जिलों में पीआईसीयू (Pediatric ICU in MP) का काम अधूरा
माना जा रहा है कि ओमीक्रोन वेरिएंट की वजह से प्रदेश और देश में कोरोना की तीसरी लहर आएगी. वहीं मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद प्रदेश के जिला अस्पतालों में पीडियाट्रिक आईसीयू तैयार करने के निर्देश दिए गए थे. इसके पीछे बड़ी वजह कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं को बताया गया था. हाल ही में स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई समीक्षा बैठक में सामने आया है कि प्रदेश के करीब 27 जिलों में पीडियाट्रिक आईसीयू अभी भी ठीक से तैयार नहीं हो सके हैं. इन जिलों में सीहोर, राजगढ़, रायसेन, हरदा, बैतूल, टीकमगढ़, सागर, पन्ना, दमोह, छतरपुर, शिवपुरी, शिवपुरी, ग्वालियर, भिंड, अशोकनगर, कटनी, बालाघाट, खरगोन, झाबुआ, बुरहानपुर, बड़वानी, अलीराजपुर, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली जिले शामिल है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी ने माना कि कई जिलों में पीआईसीयू शुरू नहीं हो सके, हालांकि इसको लेकर सभी तैयारियां हो चुकी हैं. इन सभी जिलों में पीआईसीयू शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं.
125 ऑक्सीजन प्लांट ही दुरुस्त बाकी में सुधार की जरूरत (Oxygen plant in MP)
उधर कोरोना की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा परेशानी ऑक्सीजन को लेकर आई थी. इसके बाद मध्यप्रदेश में 205 ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत किए गए थे, लेकिन करीब 80 प्लांट अभी भी काम नहीं कर रहे. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी के मुताबिक 205 स्वीकृत ऑक्सीजन प्लांट में से 180 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील है, इन सभी को पिछले दिनों टेस्ट करके देखा गया है. हालांकि इसमें से 125 ही परफेक्ट मिले हैं बाकी ऑक्सीजन प्लांट में कमियां है, जिसे ठीक किए जाने की बात हो रही है.