भोपाल।मध्य प्रदेश के देवास की हेड नर्स रश्मि पांडेकर (Head Nurse Rashmi Pandekar) को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार 2020 (National Florence Nightingale Award 2020) से सम्मानित किया. देश भर 51 महिलाओं में शामिल रश्मि मध्य प्रदेश से इकलौती महिला नर्स हैं, जिन्हें इस बार यह पुरस्कार मिला है. ईटीवी भारत (ETV Bharat) से खास बातचीत में रश्मि ने कोरोना काल के दौरान किए गए अपने कार्यों को साझा किया. उन्होंने बताया कि किस तरह से अंगूरी और रेखा नाम की निशक्त महिलाओं की सेवा की. उन्हें सही कर उनके घरों तक पहुंचाया.
40 साल से लोगों की कर रही सेवा- पांडेकर
नर्सिंग के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाली नर्सेज को यह राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार प्रतिवर्ष दिया जाता है. इस वर्ष मध्य प्रदेश की हेड नर्स रश्मि पांडेकर को भी इस सम्मान से नवाजा गया. रश्मि पांडेकर ने ईटीवी भारत से बातचीत में अपने जीवन के अनुभव साझा किए. उन्होंने बताया कि 40 साल से वह नर्सिंग के माध्यम से सेवा कर रही हैं. इस दौरान जब कोविड-19 (COVID-19) था तो इन्होंने कई निशक्त और निर्धन महिलाओं की सेवा की. रश्मि ने अपने जीवन से जुड़े संघर्ष की कई कहानियां भी सुनाई.
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पीड़ितों की सेवा कर किया ठीक