जबलपुर। मध्य प्रदेश आर्थिक अपराध शाखा EOW बिशप द्वारा कथित रूप से धन की हेराफेरी करने और उसके घर से बेहिसाब नगदी बरामद करने के बाद गहराई से जांच रही है. ईओडब्ल्यू ने चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया जबलपुर डायोसिस के बिशप पीसी सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज होने के बाद गुरुवार सुबह उनके घर की तलाशी ली थी. उन पर एक शैक्षणिक सोसायटी चलाने के दौरान वित्तीय कदाचार का आरोप लगाया गया था, जिसके वे अध्यक्ष हैं. तलाशी के दौरान 1.65 करोड़ रुपये नगदी के साथ ही 18,342 अमेरिकी डॉलर, 118 यूके पाउंड के अलावा 48 बैंक खातों और 17 संपत्तियों के दस्तावेज सहित अन्य संपत्तियां बरामद हुई थीं.
एक दिन पहले भी सीएम ने डिटेल्स ली :इसके बाद अफसरों को सीएम शिवराज ने बुलाया और विस्तार से जानकारी ली. सीएम चौहान ने इसके बाद कहा कि अनियमितता और धोखाधड़ी बड़े पैमाने पर सामने आई है. राज्य सरकार इसकी जांच करेगी कि क्या धन का उपयोग अवैध उद्देश्यों के लिए किया जा रहा था. इसकी भी जांच की जाएगी कि क्या धन का उपयोग धर्मांतरण और अन्य अवैध कार्यों के लिए किया गया. सीएम चौहान ने कहा कि ट्रस्ट द्वारा संचालित संस्थाओं में भूमि पट्टे के नवीनीकरण में नाम बदलने या धांधली करने की धोखाधड़ी, कर चोरी या ट्रस्ट के दुरुपयोग की भी शिकायतें मिली हैं.
सभी मामले ईओडब्लू को सौंपे : मुख्यमंत्री ने बताया था कि ये सभी मामले भी ईओडब्ल्यू को सौंपे जा रहे हैं. धर्म के नाम पर धर्मांतरण या अन्य अवैध गतिविधियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ईओडब्लू के अधिकारियों ने कहा है कि मामले में प्रारंभिक जांच से पता चला है कि 2004-05 और 2011-12 के बीच सोसायटी के विभिन्न संस्थानों द्वारा छात्रों से फीस के रूप में एकत्र किए गए 2.70 करोड़ रुपये कथित तौर पर धार्मिक संस्थानों में स्थानांतरित कर दिए गए थे, जिसका दुरुपयोग और व्यक्तिगत जरूरतों के लिए बिशप द्वारा खर्च किया गया था.