भोपाल।ईओडब्ल्यू को बिशप के बारे में शिकायत विनटेबल फादर हीरा नवल मसीह नागपुर द्वारा की गई थी. इसके बाद जब ईओडब्ल्यू ने कार्रवाई की तो बिशप के खिलाफ ट्रस्ट की संस्थाओं का दुरुपयोग, नाम परिवर्तित कर नई संस्थाओं का गठन, नई संस्थाओं के नाम से अवैधानिक कार्य, स्कूली संस्थाओं की फीस में गड़बड़ी, निजी कार्यों में ट्रस्ट की राशि का दुरुपयोग करने जैसे दस्तावेज मिले. इसके अतिरिक्त ट्रस्ट की लीज रिनुअल में धोखाधड़ी के साथ ही 7 करोड़ से अधिक का टैक्स न चुकाया जाने जैसे प्रकरण सामने आए.
क्या-क्या बरामद हुआ :अधिकारियों ने सीएम को बताया कि छापे में 17 संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज, 48 बैंक खाते, 1 करोड़ 65 लाख से अधिक नगद राशि, 18,352 यूएस डॉलर, 118 पाउंड सहित 8 चार पहिया वाहन बरामद हुए हैं. बड़े स्तर पर धोखाधड़ी सामने आई है. इस मामले की तीन स्तर पर जांच की जा रही है. छापेमारी में प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर प्राप्त धन का उपयोग धर्मांतरण, अवैधानिक कार्य या गैरकानूनी कार्यों में तो नहीं हो रहा है, इसकी जांच ईओडब्ल्यू और जिला प्रशासन मिलकर करेगा
इन मामलों की होगी जांच :इसके साथ ही शासन द्वारा ट्रस्ट की संस्थाओं को जो जमीन लीज पर दी गई है. इनका उपयोग स्कूल, अस्पताल या धर्मार्थ के कार्यों में न होकर अन्य व्यवासायिक कार्यों में हो रहा है तो इसकी जांच ईओडब्ल्यू एवं जिला प्रशासन करेगा. कई ऐसी शिकायतें मिली हैं, जिसमें ट्रस्ट की संस्थाओं के लीज संबंधी प्रकरण में धोखाधड़ी कर टैक्स नहीं चुकाने या नाम परिवर्तित कर दुरुपयोग होने या लीज नवीनीकरण में स्टांप ड्यूटी की धांधली की शिकायत आई है. इस बारे में भी ईओडब्ल्यू और जिला प्रशासन जांच करेगा.