भोपाल।मध्यप्रदेश में लंपी वायरस को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर अधिकारियों की बैठक बुलाई. अधिकारियों ने बताया कि अभी तक 26 जिलों में प्रभावित पशुओं में से 5432 पशुओं को पूरी तरह से स्वस्थ किया जा चुका है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य स्तरीय रोग नियंत्रण कक्ष का एक टेलीफोन नंबर 0755 2767583 जारी किया गया है. साथ ही टोल फ्री नंबर 1962 भी जारी किया गया है. जिस पर पशुपालक अपने पशु में लंपी स्किन रोग से जुड़े लक्षण दिखाई देने पर संपर्क कर सकते हैं. बता दें कि मध्यप्रदेश में अभी तक 101 पशुओं की लंपी वायरस से मौत हो चुकी है. वहीं 26 जिलों में 7686 पशु प्रभावित हुए, जिसमें से 5432 पशुओं को ठीक किया जा चुका है.
सभी गांवों में करें जागरूक : मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी गांव में ग्राम सभा बुलाकर पशुपालकों को लंपी वायरस के संबंध में सूचना दी जाए. गौशालाओं में सभी पशुओं का टीकाकरण किया जाए और लोगों को जागरूक करें कि यदि पशुओं में इस वायरस से संबंधित कोई लक्षण हैं तो उनका परिवहन ना किया जाए. संक्रमित पशुओं की आवागमन पर सख्ती से प्रतिबंध लगाएं.
लंपी वायरस के लक्षण :लंपी वायरस से संक्रमित पशुओं को शुरुआत में हल्का बुखार आता है. उनके मुंह से लगातार अत्यधिक लार और आंखों एवं नाक से पानी बहना शुरू हो जाता है. लिफ नोडल तथा पैरों में सूजन एवं दुग्ध उत्पादन में गिरावट आती है. गर्भित पशुओं में गर्भपात एवं कभी-कभी पशुओं की मृत्यु हो जाती है. पशुओं की शरीर पर त्वचा में बड़ी संख्या में दो से 5 सेंटीमीटर आकार की गिठानें बन जाती हैं.