भोपाल। मध्य प्रदेश में नई शराब नीति पर विवाद छिड़ गया है कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर हर घर को बार में बदलने का आरोप लगाया है. प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने सरकार पर युवाओं को गुमराह करने का आरोप लगाया है. मप्र के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि यह नियम नया नहीं है यह तब से अस्तित्व में है जब राज्य में कांग्रेस सत्ता में थी. (MP liquor Policy) नई शरीब नीति के तहत गेट-टुगेदर या पार्टियों जैसे आयोजनों के दौरान घर पर शराब की खपत के लिए 500 रुपये के शुल्क पर परमिट जारी किया जाएगा.
युवाओं को किया जा रहा गुमराह: प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने बुधवार को कहा, "नौकरी देने में विफल रही राज्य सरकार 500 रुपये के शुल्क पर परमिट जारी करके युवाओं को घर पर शराब पीने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. सत्तारूढ़ भाजपा बेरोजगारी से ध्यान हटाने के लिए युवाओं को बर्बाद करने जा रही है." इससे पहले प्रदेश कांग्रेस ने ट्विटर पर कहा था कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ''पियो और पड़े रहो योजना'' को अब ''हर घर दारू, घर घर दारू'' योजना का सहारा मिल गया है. अब घर में बार बनाने का लाइसेंस सिर्फ 500 रुपये में मिल सकेगा. शिवराज जी, घरों को अब बार बनाया जा रहा है.'