भोपाल। मध्यप्रदेश के मौसम में बंगाल की खाड़ी से बने कम दबाव का एक क्षेत्र जोकि प्रदेश में मॉनसून की गतिविधियों को तेजी प्रदान कर रहा था. अब वह पूरी तरह से कमजोर हो गया है और वह अब धीरे धीरे मध्यप्रदेश से गुजर कर उत्तर प्रदेश की और चला गया है. जिसके चलते अब केवल उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में और रीवा संभाग के जिलों में इसका असर देखने को मिल रहा है. पिछले 24 घंटे में मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश ओरछा में 13 सेंटीमीटर दर्ज की गई है. इसके अलावा सबलगढ़, ग्वालियर और दतिया आदि जगह पर भी 5 से 6 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है. प्रदेश में आज भी 3 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा पूर्वी मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे कई जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.
एमपी में फिर से होगा मॉनसून सक्रिय:मध्य प्रदेश मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में अभी तक 1 जून से अब तक सामान्य से 13 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है. ऐसे में पूर्वी मध्यप्रदेश में औसत से 15 प्रतिशत ज्यादा तो पश्चिमी मध्यप्रदेश में अब तक 11 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. मध्य प्रदेश मौसम विभाग के अनुसार, अभी प्रदेश में अगले 2 दिनों तक बारिश की गतिविधियों में कुछ विराम लगेगा. लेकिन 9 अगस्त से फिर से एक बार एक टर्फ लाइन मध्यप्रदेश से गुजरने की संभावना है. जिसके चलते फिरते प्रदेश में एक बार मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा और फिर से मॉनसून सक्रिय होगा. इसके साथ ही प्रदेश में अनेक स्थानों पर बारिश का ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया गया है.