भोपाल।चुनावी मुद्दों पर मंथन के लिए करीब 45 दिन बाद बार फिर मंगलवार को राजधानी में प्रदेश भाजपा कोर ग्रुप की बैठक बुलाई () गई है, इस बैठक में संगठन के कार्यक्रमों से लेकर चुनावी रणनीति को लेकर लिए जाने वाले फैसलों पर चर्चा होगी. इसके अलावा निकट भविष्य में होने वाले बड़े नीतिगत फैसलों पर भी मंथन होगा, दरअसल मिशन 2023 (MP Mission 2023) के दौरान पार्टी हाईकमान का मुख्य फोकस प्रदेश के ट्राइवल बेल्ट पर है, क्योंकि पिछले चुनाव में इन क्षेत्रों में भाजपा को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था. इसलिए इस बार भाजपा की ओर से कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी जा रही, आदिवासियों को साधने के लिए सता-संगठन ने भी पूरी ताकत झोंक दी है.
मिशन 2023 नहीं है पार्टी के लिए आसान:मध्यप्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा की प्रदेश एवं जिलों की कोर कमेटियां को पॉवरफुल किया गया है, सत्ता संगठन के सामने मिशन 2023 है लेकिन पार्टी के सामने कई चुनौतियां हैं, और यही वजह है कि पार्टी हाईकमान ने हर महीने कोर कमेटी की बैठकें बुलाकर पार्टी और सरकार से जुड़े सभी महत्वपूर्ण निर्णय सामूहिक सहमति से लेने की हिदायत दी है. भोपाल में होने वाली कोर ग्रुप की बैठक में इन्ही मुद्दो पर ज्यादा फोकस रहने वाला है. मालवा-निमाड़ सहित मध्यभारत के करीब एक दर्जन जिलों में सीधे राष्ट्रीय प्रभारी बैठके ले चुके हैं, कोर ग्रुप सदस्यों को इन बैठकों में फीडबैक देने के साथ बेबाकी से अपनी बात रखने को कहा गया , जिससे हाई कमान को पता प्रदेश की हर गतिविधि का फीडबैक मिल रहा है.
कोर ग्रुप की बैठक में कई एजेंडे शामिल:इस बैठक में राज्य में लागू होने वाली नई योजना या फिर बड़े कार्यक्रम की जानकारी मुख्यमंत्री बैठक में रखेंगे, सरकार के स्तर पर लिए जाने वाले फैसलों पर भी इन बैठक में विचार-विमर्श होगा. प्रदेश स्तरीय बैठक में बड़ी समस्याओं और सुझाव पर भी चिंतन होगा, इस वक्त पार्टी का फोकस आदिवासी और दलित वर्ग है, आदिवासियों इलाकों में बड़ी योजनाओं के साथ उनके क्षेत्रों में बड़े कार्यक्रम करने की योजना भी इस बैठक के एजेंडे में शामिल है.