भोपाल।पूर्व कांग्रेस नेता रहे नरेंद्र सलूजा ने शुक्रवार को भाजपा का दामन थाम लिया. इंदौर के 'खालसा कॉलेज कांड' से पहलेकमलनाथ के करीबी माने जाने और कांग्रेस मीडिया के उपाध्यक्ष रहे सलूजा ने सीएम शिवराज सिंह की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ली. इस मौके पर सलूजा ने भी अपने कांग्रेस छोड़ने का कारण बताया. वहीं कांग्रेस ने कहा है कि सलूजा को पार्टी पहले ही बाहर कर चुकी थी. वे कांग्रेस के नहीं बल्कि पार्टी से निष्कासित नेता हैं.
कमलनाथ के साथ न रहने का मन बना लिया थाःनरेंद्र सलूजा (Narendra Saluja) ने कहा कि, "84 दंगों के दोषी का स्वागत जिस तरह से कांग्रेस ने किया, तभी से मैंने मन बना लिया था कि अब मैं कमलनाथ के साथ नहीं रहूंगा. मेरे धर्म के लोगों की हत्या के आरोपी कमलनाथ का साथ मैने तभी छोड़ दिया था, जब कांग्रेस ने उनका इंदौर में स्वागत किया." पूर्व सीएम कमलनाथ के मीडिया समन्वयक रहे नरेंद्र सलूजा ने कहा कि इंदौर खालसा कॉलेज में हुए घटनाक्रम के बाद 84 दंगो का सच जो सामने आया, उसके बाद मेरा मन व्यथित हो गया था. मैं जिस धर्म में आस्था रखता हूं उस धर्म के मेरे लोगों की हत्या के आरोपियों के सच ने मेरी आँखें खोल दी. मैंने प्रण कर लिया था कि मैं ऐसे संगठन के साथ कार्य नहीं कर सकता. खालसा कॉलेज घटनाक्रम के बाद मैने कांग्रेस की कोई पोस्ट नहीं की. इतना ही नहीं मैं राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल नहीं हुआ. अब, मैं एक कार्यकता के रूप में बीजेपी में शामिल हूं. बीजेपी जो जिम्मेदारी देगी उसे जी जान से निभाउंगा.