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पंडोखर धाम पहुंचकर MP गृहमंत्री ने मनाया Birthday, महाराज के साथ बंद कमरे में चर्चा कर मिश्रा ने दिया ये बयान - एमपी मंत्री नरोत्तम

एक ओर बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी के मैहर में होने वाली बागेश्वर सरकार की कथा रद्द हुई, तो वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा अपने जन्मदिन के अवसर पर पंडोखर धाम पहुंचे. यहां नरोत्तम मिश्रा ने गुरु शरण जी महाराज पंडोखर सरकार के साथ केक काटकर जन्मदिन की खुशियां मनाई. इसके बाद 15 मिनट तक एकांत में दोनों ने चर्चा की और बाहर निकलकर मीडिया से कहा "जो भी बात हुई है, वह कुछ दिनों में पता चल जाएगी."

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नरोत्तम ने पंडोखर धाम पर मनाया जन्मदिन

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Published : Apr 16, 2023, 10:04 AM IST

नरोत्तम ने पंडोखर धाम पर मनाया जन्मदिन

भोपाल।एक ओर कांग्रेस आरोप लगा रही है कि मैहर में होने वाली बागेश्वर सरकार की कथा बीजेपी के इशारे पर रद्द कराई गई, तो वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अपना जन्मदिन पंडोखर धाम में धूमधाम से मनाया. रात 9 बजे नरोत्तम मिश्रा पंडोखर पहुंचे और यहां पर गुरुशरण जी महाराज के साथ में केक काटकर अपना जन्मदिन मनाया. बता दें कि 15 अप्रैल को नरोत्तम मिश्रा के साथ ही पंडोखर महाराज का भी जन्मदिन होता है, ऐसे में दोनों ने एक दूसरे को केक खिलाया और गले मिल बधाइयां दी. इसके बाद नरोत्तम ने गुरु शरण जी महाराज के साथ 20 मिनट एकांत में चर्चा भी की और फिर साथ बैठकर भोजन किया.

पंडोखर धाम सरकार ने नरोत्तम के साथ खाना खाया

नरोत्तम मिश्रा का पंडोखर सरकार से क्या संबंध: चर्चा के बाद पंडोखर सरकार का कहना था कि "नरोत्तम मिश्रा हमारे परिवार से पहले से जुड़े हुए हैं, वह हमारे बड़े भाई की तरह है. पंडोखर धाम पर हमारी आस्था है, हम जब भी दतिया दौरे पर रहते हैं तो धाम अवश्य आते हैं. मैं भी उनके लिए हमेशा प्रार्थना करता हूं." हालांकि गृहमंत्री मिश्रा ने पंडोखर महाराज के साथ एकांत में क्या चर्चा, इसका जवाब महाराज ने नहीं दिया. उन्होंने बस इतना कहा कि "जो भी चर्चा हुई है, आने वाले दिनों में आपको पता चल जाएगी."

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पंडोखर सरकार ने कथाओं को लेकर क्या कहा:लगातार चल रहे कथा और पॉलिटिक्स से जुड़े विवादों पर गुरुशरण महाराज ने एक बार फिर अपनी बात दोहराई. उनका कहना था कि "कथाएं भले कोई भी कराए, यह अच्छा माध्यम है. इससे लोग धर्म के प्रति जुड़ते हैं." कथाओं में राजनीतिक संरक्षण है या उनके द्वारा इसे आगे बढ़ाया जा रहा है, इस सवाल के जवाब में महाराज ने कहा कि "मैं कथावाचक नहीं हूं, इसलिए इसका जवाब कथावाचक ही ज्यादा अच्छे से दे पाएंगे, मैं नहीं."

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