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MP Metro Project: आचार संहिता से पहले मेट्रो के ट्रायल की हड़बड़ी, आधे-अधूरे निर्माण के बीच श्रेय लेने की होड़ से उठे कई सवाल - अधूरे निर्माण के बीच श्रेय लेने की होड़

इंदौर में शनिवार को मेट्रो ट्रेन के ट्रायल को सीएम शिवराज सिंह चौहान हरी झंडी दिखाएंगे तो वहीं सोमवार को भोपाल में. अभी कोई भी पैसेंजर इन दोनों ही जगहों पर मेट्रो की सवारी नहीं कर पाएंगे. नवंबर में चुनाव हैं और हर काम में क्रेडिट लेने की होड़ लगी है. ऐसे में सवाल उठता है कि मेट्रो का ट्रायल जरूरी है या पहले बकाया काम पूरा करना चाहिए. MP Metro Project

MP Metro Project
आचार संहिता से पहले मेट्रो के ट्रायल की हड़बड़ी

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 30, 2023, 6:18 PM IST

भोपाल।राजधानी में कुल 16 किमी का ट्रैक फर्स्ट फेज में तैयार किया जा रहा है, जिसमें से केवल 4 किमी ट्रेक पर ट्रेन का ट्रायल किया जाएगा और इसको हरी झंडी दिखाने का कार्यक्रम ऐसे हो रहा है कि मानो कल से इस ट्रेन में पेसेंजर यात्रा करना शुरू कर देंगे. हकीकत में महज 16 में से 4 किमी ट्रेक पर ट्रायल होगा और उसमें से कहीं 30 परसेंट तो कहीं 70 परसेंट काम पूरा हुआ है. इसी 4 किमी ट्रैक का मुआयना ईटीवी भारत संवाददाता ने किया और जाना कि कहां कितना काम हुआ है. MP Metro Project

तीन हजार कर्मचारी दिन-रात काम में जुटे :सुभाष नगर डिपो में ट्रेन को कनेक्ट करने से लेकर उसे ट्रैक पर चढ़ाने का काम किया जा रहा है. भोपाल में मेट्रो का पहला रूट यानी आरेंज लाइन 16.5 किमी है. इसमें से 6.22 किमी लाइन पर तीन हजार कर्मचारी दिन-रात काम कर रहे हैं, क्योंकि इसे प्रायोरिटी लाइन नाम दिया गया है और यहां 2018 में काम शुरू हो गया था. इस 6.22 किमी में से केवल 4 किमी लाइन पर ट्रायल होना है. यह सुभाष नगर डिपो से रानी कमलापति स्टेशन तक का है. इस हिस्से में से सबेस पहले बात करते हैं सुभाष नगर स्टेशन पर महज 70 फीसदी काम हुआ है. अभी यहां बिल्डिंग स्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है. फिनिशिंग का काम बाकी है. इस स्टेशन पर एस्केलेटर, फुटओवर ब्रिज और सीढ़ियों पर काम जारी है.

अभी तक लिफ्ट व सीढ़ियों का काम नहीं :स्टेशन बनने के बाद इसके भीतर इंटीरियर और लाइटिंग का काम भी होगा. इससे थोड़ा आगे केंद्रीय स्कूल स्टेशन बन रहा है. इस स्टेशन में अभी केवल अंडरग्राउंड लाइन बिछी है और बिल्डिंग का सिविल वर्क पूरा बाकी है. आसपास की जमीन भी अभी ऊबड़-खाबड़ है. लिफ्ट और सीढ़ियां पर अब तक काम शुरू हो नहीं हो पाया है. बाकी काम बाद में ही होंगे. इस स्टेशन का अभी 70 फीसदी काम बाकी है. इस ट्रायल ट्रैक पर तीसरा स्टेशन डीबी मॉल के सामने बन रहा है. यहां भी रूप शीटिंग वर्क हो रहा है और बिल्डिंग के भीतर फिनिशिंग वर्क अभी बाकी है. फुटओवर ब्रिज का काम बाकी है. इंटीरियर लाइटिंग के काम भी बाकी है.

यहां बिल्डिंग का स्ट्रक्चर कम्पलीट :इस इस लाइन का चौथा स्टेशन एमपी नगर जोन दो में बन रहा है. यह बड़ा स्टेशन है. यह सरगम टॉकीज के पास और निर्माणाधीन जैन मंदिर के सामने बन रहा है. यहां बिल्डिंग का स्ट्रक्चर कम्पलीट हो गया है, लेकिन फिनिशिंग वर्क बाकी है. ट्रायल रूट का आखिरी स्टेशन रानी कमलापति स्टेशन के सामने बन रहा है. यहां भी करीब 1000 कर्मचारी दिन रात काम कर रहे हैं, लेकिन इसका काफी काम बाकी है. बिल्डिंग बन गई है, लेकिन फिनिशिंग होना बाकी है. डेक स्लैक कास्टिंग, एस्केलेटर पिट का काम पूरा हो गया है, लेकिन बालकनी, स्लैब, ब्लॉक चिनाई का काम होना बाकी है. सीढ़ियों पर भी अभी काम चल रहा है. लाइटिंग और फिनिशिंग वर्क होना बाकी है.

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सीएम करेंगे यात्रा :प्रायोरिटी कॉरिडोर यानी सुभाष नगर से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के बीच चार किमी पर फाइनल ट्रायल दो अक्टूबर गांधी जयंती पर होगा. इस ट्रैक पर सेफ्टी ट्रायल पहले ही हो चुका है. मंगलवार सुबह मेट्रो डिपो में कनेक्टिविटी और टेस्टिंग प्रोसेस पूरी करने के बाद कोच को ट्रैक पर लाया गया. सोमवार को डिपो में ही मेट्रो ट्रैक पर इसे चलाकर देखा गया था. ट्रैक की तरफ ब्रिज पर बिछाई गई पटरी के जरिए मेट्रो को ट्रेक पर ले जाया गया. ट्रैक पर इसकी गति बेहद धीमी रखी गई थी और डीबी मॉल से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन तक करीब 45 मिनट में इसने यात्रा पूरी की थी. मेट्रो के भीतर टेक्निकल स्टाफ ने सफर किया है और अपनी रिपोर्ट सबमिट कर दी है. अब फायनल ट्रायन रन के दिन यानी सोमवार को CM शिवराज सिंह चौहान हरी झंडी दिखाएंगे. वे सुभाष नगर से रानी कमलापति स्टेशन तक यात्रा भी करेंगे. MP Metro Project

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