नेता प्रतिपक्ष ने साधा BJP पर निशाना, बोले-भाषण के लिए है सीएम के पास समय, किसानों के लिए टाइम नहीं
एमपी में ओलावृष्टि से किसानों की फसलें बर्बाद होने पर कांग्रेस ने मुआवजे की मांग की है. नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह और कालापीपल विधायक कुणाल चौधरी का कहना है कि, सीएम शिवराज सिंह चौहान सिर्फ पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ से सवाल पूछते हैं, लेकिन खेतों में जाकर फसलों की हालत नहीं देखते हैं.
नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने साधा सीएम शिवराज पर निशाना
By
Published : Mar 19, 2023, 5:12 PM IST
|
Updated : Mar 19, 2023, 6:26 PM IST
नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने साधा सीएम शिवराज पर निशाना
भोपाल।मध्यप्रदेश में हुई बेमौसम बारिश के चलते किसानों की फसलें खराब हो गई हैं. नुकशान की भरपाई के लिए कसानों को उचित मुआवजा देने की मांग अब कांग्रेस उठा रही है. इस मुद्दे को लेकर नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह और विधायक कुणाल चौधरी ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को घेरा है. सीएम से अनुरोध करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि, सरकार फसलों का निरीक्षण कर किसानों को राहत राशि दे ताकि किसानों को कुछ राहत मिल सके.
कालापीपल विधायक कुणाल चौधरी
नेता प्रतिपक्ष का आरोप:डॉ.गोविंद सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पार्टी की बैठक करने और कमलनाथ के खिलाफ भाषण देने के लिए समय मिल जाता है. लेकिन जिन किसानों की फसलें ओलावृष्टि से खराब हुई हैं उनके खेतों में जाने का समय नहीं मिल रहा है. नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कमलनाथ पर दिए गए शिवराज के अंत कर देने वाले बयान पर भी कड़ी आपत्ति जताई. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि, सीएम शिवराज सत्ता के मद में चूर हो गए हैं. यदि कोई भी विपक्षी पार्टी भाजपा के खिलाफ बोलती है तो बीजेपी वाले बेचैन हो जाते हैं.
ओलावृष्टि से किसानों की फसलें बर्बाद
किसानों को मुआवजा देने की मांग:इधर कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने किसानों की फसलें बर्बाद होने पर प्रदेश सरकार से मुआवजे की मांग की है. कुणाल चौधरी ने कहा कि, एक ओर फसल उजड़ती जा रही है दूसरी ओर किसानों के सपने टूटते जा रहे हैं. बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों पर संकट छा गया है. विधायक ने मध्य प्रदेश सरकार से प्रति हेक्टेयर 40000 मुआवजा देने की मांग की है.
बारिश ने फेरा उम्मीदों पर पानी:रतनगढ़ क्षेत्र में बेमौसम बारिश से किसानोंं की अफीम और गेहूं की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. रतनगढ़, लुहारिया जाट, मुकेरा, डाबरिया, काकरिया तलाई, मानपुरा, चामुंडिया, रामनगर, सुठोली, लुहारिया चुंडावत ग्रामीण क्षेत्र के अधिकांश किसानों ने फसल काटकर खेत में छोड़ दिए थे. अफीम उत्पादक कृषकों के खेतों में अभी भी लुनाई, चिराई चल रही है. लेकिन तेज बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पूरी तरह से पानी फेर दिया है. इधर इंदौर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में 2 दिनों से मौसम लगातार बदल रहा है. इंदौर के ग्रामीण क्षेत्रों में देर रात जमकर ओलावृष्टि हुई. जब ग्रामीण सुबह उठकर बाहर आए तो देखा कि, घर के बाहर बर्फ पड़ी थी. भेरूघाट एवं सैंडल मेडल गांव में भारी मात्रा में ओलावृष्टि हुई है.
सर्वे कर रही टीम:बैतूल जिले में पिछले 2 दिनों से बारिश का दौर जारी है. बारिश के साथ ओलावृष्टि होने से फसलें बर्बाद हो गई हैं. फसल कटाई के समय अचानक मौसम में आए बदलाव के कारण किसानों पर मुसीबत खड़ी हो गई है. खेत पर खड़ी फसल के साथ काट कर रखी गई फसल का भी नुकसान हो रहा है. किसान खेतों में फसल को बचाने के लिए त्रिपाल और पॉलीथिन का सहारा ले रहे हैं. राजस्व विभाग की टीम द्वारा खेतों में पहुंच कर सर्वे किया जा रहा है. शाहपुर, भीमपुर और घोड़ाडोंगरी तहसील में बारिश और ओलावृष्टि से अधिक नुकसान होना बताया जा रहा है.
किसानों के मुद्दों पर कांग्रेस मुखर:फिलहाल चुनावी साल में कांग्रेस पार्टी कोई भी मौका बीजेपी और सीएम शिवराज को घेरने के लिए नहीं छोड़ना चाहती है. कांग्रेस हर मुद्दे पर बीजेपी सरकार को लगातार घेर रही है. ऐसे में ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों की फसलों का मुद्दा और उनको मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर कांग्रेस मुखर है. सड़कों पर आने की भी बात कही जा रही है.