भोपाल।प्रदेश में पिछले दिनों में घटित हुई गंभीर घटनाओं को लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने सख्त रवैया अख्तियार कर लिया है. मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के सदस्य राजीव टंडन ने मामलों को लेकर संबंधित अधिकारियों से घटनाओं के संबंध में तथ्यात्मक जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं. मध्यप्रदेश में गठित हो रही गंभीर घटनाओं को लेकर मानवाधिकार आयोग नजर बनाए हुए है. समय-समय पर अधिकारियों से जवाब तलब किया जाता है.
इन मामलों में आयोग ने मांगा प्रतिवेदन: भोपाल जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल भवनों की हालत बेहद खराब है. राजधानी से सटे इलाकों के स्कूल भवनों की हालत खण्डहर की तरह हो गई है. जिले के प्राइमरी स्कूल, बांसिया का स्कूल भवन तीस साल से अधिक पुराना है. यहां 24 बच्चे पढ़ते हैं. इस खण्डहर जैसे स्कूल भवन की दीवारें गिर रही है. छत कमजोर हो गई हैं. यहां सुरक्षा दीवार भी नहीं है, हादसे का खतरा हमेशा बना रहता है. इसी प्रकार मिडिल स्कूल जमुनियाकलां का स्कूल भवन भी पूरी तरह से खण्डहर हो चुका है. इसे डेंजर भी घोषित किया जा चुका है. प्राइमरी स्कूल लालपुरा में 20 बच्चे पढ़ते हैं. यहां भवन में बाउंड्रीवाल नहीं है. पानी की व्यवस्था नहीं हैं. गांव के हैंडपंप से लाल पानी आता है. मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने मामले में संज्ञान लेकर डीईओ भोपाल से प्रतिवेदन मांगा है.
ग्वालियर में माता-पिता जबरन करा रहे शादी: ग्वालियर जिले के मोहना क्षेत्र में रहने वाली एक नाबालिग बच्ची की जबरन शादी कराने का मामला सामने आया है. नाबालिग बच्ची ने पुलिस को चिट्ठी लिखकर जबरन शादी की बात बताई थी. इस मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लेकर एसपी ग्वालियर से घटना के बारे में पूर्ण प्रतिवेदन मांगा है.
शिवपुरी में महिला ने कहा थाने में नहीं हो रही सुनवाई: शिवपुरी कलेक्ट्रेट में बीते मंगलवार को हो रही साप्ताहिक जनसुनवाई के दौरान उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक महिला ने पेट्रोल से भरी बोतल निकालकर उसकी सुनवाई न होने पर पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा लेने या किसी टंकी पर चढ़कर कूद जाने की धमकी दे डाली.आयोग ने मामले में संज्ञान लेकर एसपी शिवपुरी से घटना के संबंध में पूर्ण प्रतिवेदन मांगा है.
उज्जैन में जिंदा जले आसिफ की मौत पर आरोप: लोकायुक्त के जाल में फंसे उज्जैन शहर के चिमनगंज थाने के आरक्षक रवि कुशवाह के साथी आसिफ पेंटर (इंदौर) की बीते रविवार को मौत हो गई. लोकायुक्त उसे तलाश कर रही थी. बीते शनिवार की रात वह बुरी तरह झुलसी हालत में थाने से 500 मीटर दूरी पर चिल्लाता हुआ मिला था. उसका आरोप था कि पुलिसवालों ने उसे जला दिया. उसकी मौत के बाद रविवार की सुबह समाज व परिवारवालों ने पुलिस कंट्रोल रूम, उज्जैन का घेराव कर लिया. मृतक के परिजनों ने भी पुलिस पर आरोप लगाये. मप्र मानव अधिकार आयोग ने मामले में संज्ञान लेकर एसपी उज्जैन से घटना के संबंध में पूर्ण प्रतिवेदन मांगा है.