भोपाल। मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष मनोहर ममतानी अमानवीय घटनाओं के मामलों पर स्वतः संज्ञान में ले रहे हैं. शहडोल जिले में मवेशियों को खुला छोड़ने पर जुर्माना और जूते मारने संबंधी वायरल वीडियो पर भ्रामक जानकारी फैलाने के मामले में आयोग ने जवाब मांगा है. सोशल मीडिया पर जयसिंहनगर विकासखंड अंतर्गत नगनौड़ी ग्राम पंचायत का वीडयो वायरल हुआ है. ऐसे मामलों को लेकर आयोग ने कड़ी आपत्ति जताई है.
तुगलकी तरीके से मुनादी :मवेशियों को खुला छोड़ने पर 500 रुपये जुर्माना और 5 जूते मारने के साथ ही सोहागपुर विकासखंड अंतर्गत खैरहा में एक हजार रुपये जुर्माना और 25 जूते मारने की बात कही जा रही है. इस मामले में जिला पंचायत शहडोल का कहना है कि दोनों वीडियो की जांच करवाई गई. दोनों में सरपंच-सचिव द्वारा ऐसा कोई भी आदेश जारी नहीं किया गया. खैरहा में चौकीदार ने स्वयं ही मनमानी ऐसी मुनादी कर दी थी. चौकीदार को पद से हटा दिया गया है. वहीं, नगनौड़ी में एक व्यक्ति द्वारा निजी तौर पर स्वयं ही ऐसी मुनादी कर दी. इन दोनों मामलों में संज्ञान लेकर मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर शहडोल से प्रकरण की जांच कराकर तीन सप्ताह में जवाब मांगा है.
सिवनी में चार बच्चों की मौत :सिवनी जिले के कुरई थानांतर्गत धोबीसर्रा गांव में बीते रविवार को घर से कुछ दूर खेत में बने तालाब में नहाने के दौरान चार मासूम बच्चों की डूबने से मौत हो गई. इस मामले में संज्ञान लेकर मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर सिवनी से प्रकरण की जांच कराकर मृत चारों बच्चों के वैध वारिसों को शासन की योजना नियमानुसार देय मुआवजा राशि प्रदाय के संबंध में की गई कार्रवाई के बारे में एक माह में जवाब मांगा है.