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एमपी ने लता मंगेशकर अवॉर्ड से अब तक 37 हस्तियों को नवाजा, मंत्री विश्वास सारंग ने दी श्रद्धांजलि

स्वर कोकिला अब इस दुनिया में नहीं रही हैं. देश भर में आज शोक की लहर छायी हुई है. इंदौर में जन्मीं लता के नाम पर 1984 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह ने राष्ट्रीय पुरस्कार की घोषणा की थी. अब तक यह पुरस्कार 37 लोगों को मिल चुका है. (National level award on lata mangeshkar)

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Published : Feb 6, 2022, 3:32 PM IST

Lata Mangeshkar
लता मंगेशकर

भोपाल।मध्यप्रदेश की माटी में जन्मी और स्वर संगीत की दुनिया में अपनी अमिट छाप छोड़ने वाली स्वर कोकिला इकलौती ऐसी कलाकार रहीं, जिनके नाम से 1984 में मध्प्रदेश ने राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार की घोषणा की थी. उस वक्त के प्रदेश के मुख्यमंत्री अर्जन सिंह ने इंदौर में लता मंगेशकर की मौजूदगी में इसकी घोषणा करते हुए कहा था कि बहन घर आई है. उनके सम्मान में यह करना आवश्यक है. उसके बाद से मध्यप्रदेश में अब तक 37 कलाकारों को इस सम्मान से सम्मानित किया गया. पहला पुरस्कार 1984 में जाने माने संगीत निर्देशक नौशाद को दिया गया था. आखिरी सम्मान 2020 के लिए संगीतकार जोड़ी आनंद मिलिंद को चुना गया. (National level award on lata mangeshkar)

विश्वास सारंग ने दी श्रद्धांजलि
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने लता मंगेशकर के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि आज हम सब बहुत दुःखी हैं. लता मंगेशकर अब इस दुनिया में नहीं रहीं. उन्होंने अपने गानों से बॉलीवुड को संवारा है. उनके गीत ए मेरे वतन के लोगों से सभी की आंखें नम हो जाती थीं. उनके कंठ में मां सरस्वती का वास था. इससे ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि ईश्वर की उन पर कितनी कृपा थी. मैं उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं. (vishwas sarang tribute lata mangeshkar)

हर साल नहीं बांटे जा सके पुरस्कार
सरकार ने लता मंगेशकर के नाम पर पुरस्कार तो शुरू किया, लेकिन हर साल इसको बांटा नहीं जा सका. शुरुआत में तो पुरस्कार बांटे जाते रहे, लेकिन बाद में संस्कृति विभाग ने इसको लेकर महज रस्म अदायगी की जाती रही. साल 2012 से 2016 तक के पुरस्कार सरकार ने एक साथ बांटे, क्योंकि उन्हें हर साल बांटा नहीं जा सका. हालांकि उस वक्त भी 2013 और 2014 के पुरस्कार वितरित नहीं हो सके थे. (lata award in mp)

1984 में हुआ था पुरस्कार का एलान
साल 2017 और 2018 का पुरस्कार साल 2020 में और 2019 और 2020 के लिए लता मंगेशकर पुरस्कार का एलान नवंबर 2021 में हुआ. 1984 में सरकार ने निर्णय लिया था कि गायन व संगीत के क्षेत्र का यह सर्वोच्च लता मंगेशकर पुरस्कार का कार्यक्रम हर साल लता मंगेशकर की जन्मस्थली इंदौर में आयोजित किया जाएगा. शुरुआती दौर में इस कार्यक्रम का इतना क्रेज था कि दूसरे शहरों से भी लोग शिरकत करने आते थे. (lata award winner list)

अभी तक 37 कलाकारों को मिला यह पुरस्कार
मध्यप्रदेश सरकार अब तक 37 संगीत से जुड़े लोगों को इस पुरस्कार से नवाज चुकी है. साल 2020 के लिए संगीतकार जोड़ी आनंद-मिलिंद को लता मंगेशकर सम्मान के लिए चुना गया है. वहीं साल 2019 के प्लेबैक सिंगर शैलेंन्द्र सिंह को यह पुरस्कार दिया गया था. यह पुरस्कार सबसे पहले संगीत की दुनिया के जानेमाने निर्देशक नौशाद को दिया गया था. (latest lata award winner 2021)

इंदौर से जुड़ी हैं लता मंगेशकर की खास यादें, उनके नाम से जाना जाता है ये मोहल्ला...

  • साल 1984 - नौशाद, संगीत निर्देशक
  • साल 1985 - किशोर कुमार, पार्श्व गायक
  • साल 1986 - जयदेव, संगीत निर्देशक
  • साल 1987 - मन्ना डे, पार्श्व गायक
  • साल 1988 - खय्याम, संगीत निर्देशक
  • साल 1989 - आशा भोंसले, पार्श्व गायक
  • साल 1990 - लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल, संगीत निर्देशक
  • साल 1991 - येसुदास, पार्श्व गायक
  • साल 1992 - राहुल देव बर्मन, संगीत निर्देशक
  • साल 1993 - संख्या मुखर्जी, पार्श्व गायन
  • साल 1994 - अनिल विश्वास, संगीत निर्देशक
  • साल 1995 - तलत महमूद, पार्श्व गायक
  • साल 1996 - कल्याणजी आनंदजी, संगीत निर्देशक
  • साल 1997 - जगजीत सिंह, पार्श्व गायक
  • साल 1998 - इलिया राजा, संगीत निर्देशक
  • साल 1999 - एसपी बालासुब्रमण्यम, पार्श्व गायन
  • साल 2000 - भूपेन हजारिका, संगीत निर्देशक
  • साल 2001 - महेन्द्र कपूर, पार्श्व गायन
  • साल 2002 -रवीन्द्र जैन, संगीत निर्देशक
  • साल 2003 - सुरेश वाडकर, पार्श्व गायन
  • साल 2004 - एआर रहमान, संगीत निर्देशक
  • साल 2005 - कविता कृष्णमूर्ति, पार्श्व गायन
  • साल 2006 - हृदयनाथ मंगेशकर, संगीत निर्देशक
  • साल 2007 - नितिन मुकेश, पार्श्व गायन
  • साल 2008 - रवि, संगीत निर्देशक
  • साल 2009 - अनुराधा पौडवाल, पार्श्व गायन
  • साल 2010 - राजेश रोशन, संगीत निर्देशक
  • साल 2011 - हरिहरन, पार्श्व गायन
  • साल 2012 - ऊषा खन्ना, संगीत निर्देशक
  • साल 2013 - अलका याग्निक, पार्श्व गायक
  • साल 2014 - बप्पी लाहिड़ी, संगीत निर्देशक
  • साल 2015 - उदित नारायण, पार्श्व गायन
  • साल 2016 - अनु मलिक, संगीत निर्देशक
  • साल 2017 - सुमन कल्याणपुर, पार्श्व गायन
  • साल 2018 - कुलदीप सिंह, संगीत निर्देशक
  • साल 2019 - शैलेंन्द्र सिंह, पार्श्व गायक
  • साल 2020 - आनंद मिलिंद, संगीत निर्देशक

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