भोपाल। कोविड-19 संक्रमण ने सरकार के सामने कई तरह की पेरशानियां खड़ी कर दी हैं, जिससे निपटना सरकार के लिए किसी चुनौती के कम नहीं हैं. जिसमें सबसे बेहद जरुरी प्रदेश में लगातार बढ़ रही कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या पर कंट्रोल पाना है. इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकार आनंद विभाग को सक्रिय कर रही है.
सीएम शिवराज ने की समीक्षा बैठक आनंद विभाग को सक्रिय इसलिए किया जा रहा ताकि हैप्पीनेस फॉर्मूले के आधार पर कोरोना से लड़ाई में सरकार न केवल मरीजों को बल्कि इस महामारी से जंग लड़ रहे कोरोना वॉरियर्स का भी मनोबल बढ़ाया जा सके.
शिवराज सरकार का हैप्पीनेस फॉर्मूला मुख्यमंत्री ने ली समीक्षा बैठक
मंत्रालय में मुख्यमंत्री की उपस्थिति में हुई समीक्षा बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया है कि कोरोना संक्रमित सभी मरीजों और सभी वॉरियर्स का मनोबल बढ़ाने के लिए हैप्पीनेस एक्टिविटीज को बढ़ावा दिया जाएगा. इसके तहत आनंद विभाग के जरिए पहले चरण में संक्रमण के शिकार हुए मरीजों को हैप्पीनेस वाली फिल्में दिखाई जाएंगी. वहीं दूसरी ओर संक्रमित मरीज जो अस्पतालों में एडमिट हैं उन्हें संगीत और फिल्मों के साथ हल्का-फुल्का मनोरंजन का साधन भी उपलब्ध कराया जाएगा.
हल्के-फुल्के वातावरण में किया जाए इलाज
अधिकारियों के साथ समीक्षा करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना मरीजों का हल्के-फुल्के वातावरण में इलाज किया जाए . इसके अलावा लगातार उनका मनोबल बढ़ाया जाए साथ ही तनाव कम करने के लिए उनका मनोरंजन भी किया जाए. इस काम के लिए आनंद विभाग को एक बार सक्रिय कर आनंदकों की सेवाएं ली जाएं. कोविड अस्पतालों और क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में ऑडियो-वीडियो के जरिए संगीत, फिल्म प्रदर्शन, प्रेरणादायक संदेश और मनोरंजक कार्यक्रम दिखाए जाएं. साथ ही, कोरोना से जंग में लगे अमले का भी मनोबल बढ़ाने के लिए काम किए जाएं. जिससे वे अपना काम बिना किसी तनाव के कर सकें.
बाहर से आ रहे मरीजों को क्वॉरेंटाइन में रखें
सीएम ने कहा कि अन्य प्रदेशों से प्रदेश में आने वाले मजदूरों का जिलों की सीमा पर स्वास्थ्य प्रशिक्षण और स्क्रीनिंग की जाए. साथ ही उन्हें होम क्वॉरेंटाइन में रखा जाए. इसके अलावा जरुरत होनने पर संस्थागत क्वॉरेंटाइन किया जाए. जो मजदूर अपने जिलों को जाना चाहते हैं, उन्हें जाने की अनुमति दी जाए. ये काम संबंधित कलेक्टर सुनिश्चित करें.
आवश्यक सुविधाओं की आपूर्ति
सीएम ने निर्देश दिए हैं कि सभी जिलों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए. किराना-राशन के अलावा जरुरत की दुकानों को 12 घंटे तक खोलने की अनुमति दी जाए. थोड़े समय दुकान खुलने से भीड़ होती है, जो कि किसी हालत में नहीं होनी चाहिए.