भोपाल। 50 फीसदी कमीशन मामले में पुलिस जांच में बड़ा खुलासा हुआ है, शुरुआती जांच में पता चला है कि जो पत्र हाई कोर्ट के जज को भेजा गया था, वह पत्र ही फर्जी पाया गया है. हालांकि इसी फर्जी पत्र के हवाले से कांग्रेस नेताओं द्वारा प्रदेश सरकार पर कमीशन खोरी के आरोप लगाए गए, इसलिए इस मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव सहित अन्य कांग्रेसी नेताओं की मुसीबत बढ़ सकती है. पुलिस इन सभी नेताओं को जल्द ही नोटिस जारी करने जा रही है और पुलिस जल्द ही इन नेताओं को पूछताछ के लिए बुला सकती है. उधर कांग्रेस नेताओं के खिलाफ पुलिस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर जमकर हमला बोला है.
पुलिस जांच में हुआ अहम खुलासा:भोपाल क्राइम ब्रांच के डीसीपी सुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि 50 प्रतिशत कमीशन मामले में लघु एवं मध्यम श्रेणी संविदा कर संघ के हवाले से ज्ञानेंद्र अवस्थी द्वारा ग्वालियर हाई कोर्ट को एक पत्र भेजे जाने के संबंध में पोस्ट वायरल हुई थी, मामले की जांच में यह पत्र फर्जी पाया गया है. जांच में पता चला है कि जिस संगठन के नाम से पत्र भेजना बताया गया है, वह संगठन ही रजिस्टर्ड नहीं है. इस पत्र को वायरल करने के मामले में भोपाल पुलिस द्वारा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव सहित आधा दर्जन कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मानहानि की धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है. पुलिस अधिकारी के मुताबिक इस मामले में जल्द ही कांग्रेस नेताओं को नोटिस जारी किया जाएगा, साथ ही इन सभी को पूछताछ के लिए भी बुलाया जा सकता है.
प्रदेश भर में बीजेपी द्वारा कराया गया प्रकरण दर्ज:इस पत्र को सोशल मीडिया पर वायरल कर कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी की प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला था, कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि प्रदेश सरकार द्वारा जमकर कमीशन खोरी की जा रही है और इसका सबूत इस पत्र के रूप में सामने आया है. पत्र वायरल होने के बाद भाजपा पदाधिकारी द्वारा प्रदेश भर में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, इसके बाद प्रदेश के करीब 41 जिलों में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध किए गए थे. इस मामले को लेकर बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस फर्जी पत्रों के जरिए सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रही है.