MP Election 2023: बीजेपी को कांग्रेस ने दिया बड़ा झटका, दो बार के MLA कांग्रेस में शामिल, लेकिन रखी यह शर्त - गिरिजा शंकर शर्मा ने कांग्रेस ज्वाइन की
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टियों में आने-जाने का दौर जारी है. कई नेता और कार्यकर्ता कभी बीजेपी तो कभी कांग्रेस ज्वाइन कर रहे हैं. वहीं बीजेपी से दो बार विधायक रहे गिरिजा शंकर शर्मा पार्टी छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन कर ली है.
भोपाल। विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस ने बीजेपी को एक और जोरदार झटका दिया है. भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर दो बार विधायक रह चुके गिरिजा शंकर शर्मा ने अपने समर्थकों के साथ आज कांग्रेस का दामन थाम लिया. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. वहीं टीकमगढ़ जिला पंचायत उपाध्यक्ष भक्ति तिवारी की कांग्रेस में शामिल हो गए.
कांग्रेस में शामिल होने के बाद शर्मा बोले नर्मदापुरम में पलट देंगे पांसा:कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद पूर्व विधायक गिरिजा शंकर शर्मा ने कहा कि "मैंने सालों तक बीजेपी का काम किया है. मैं तब से काम कर रहा हूं, जब पार्टी में दरी बिछाने और मंच बनाने वाले भी नहीं होते थे. पिछले 10 साल से मैंने कोशिश की है कि बीजेपी गरीबों के हितों में काम करुं. कार्यकर्ताओं का ध्यान रखा जाए, लेकिन अब बीजेपी बदल चुकी है, पार्टी ने लोकतंत्र छोड़ दिया है. जी हजूरी करने वालों की कीमत है. हमने कांग्रेस के जिला के नेताओं से बात करने के बाद कमलनाथ, सुरेश पचौरी और दिग्विजय सिंह से बात की. उनसे कहा कि मैं लगातार राजनीति में काम करने वाला कार्यकर्ता रहा हूं. मैं चाहता हूं कि बीजेपी की जंग विरोधी नीतियों को रोका जाए, इस बार मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार किसी भी कीमत नहीं बननी चाहिए. उन्होंने कहा कि नर्मदापुरम जिले में पिछले 15 साल से बीजेपी लगातार चुनाव जीतती आई है, लेकिन अब हम इस बार वहां पांसा पलट देंगे. पार्टी मुझे जो जिम्मेवारी देगी, मैं उसका निर्वाहन करुंगा."
कमलनाथ ने किया दोनों का स्वागत:उधर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने गिरजा शंकर और भक्ति तिवारी का पार्टी में स्वागत किया. उन्होंने कहा कि आप दोनों ने कांग्रेस का साथ देने में अपनी रुचि दिखाई, लेकिन यह सिर्फ कांग्रेस का नहीं बल्कि सच्चाई का साथ है. कमलनाथ ने कहा कि गिरिजा शंकर के परिवार से मेरे बहुत पुराने संबंध रहे हैं, भक्ति तिवारी पुराने कांग्रेस के सिपाही रही हैं. किसी कारणवश भटक गए थे, आज उनका पार्टी में स्वागत है इनका जो डीएनए है, वह तो कांग्रेस का ही है.
परिवार के सदस्यों के सामने चुनाव ना लड़ने की शर्त: गिरिजा शंकर शर्मा दो बार बीजेपी के टिकट पर विधायक का चुनाव जीत चुके हैं. वह दो बार बीजेपी के जिलाध्यक्ष और नगरपालिका अध्यक्ष भी रहे हैं. उन्होंने बीजेपी के लिए लंबे समय तक जमीनी स्तर पर काम किया है. नर्मदापुरम संभाग में उनकी अच्छी पकड़ है. पिछले दिनों उन्होंने बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे दिया था. उसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि वे कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. गिरजा शंकर शर्मा के कांग्रेस में शामिल होने से इसका प्रभाव होशंगाबाद संभाग की सभी चार विधानसभा सीटों पर पड़ेगा. माना जा रहा है कि वे नर्मदापुरम, इटारसी, सिवनी मालवा और सुहागपुर इनमें से किसी एक विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतर सकते हैं. उधर होशंगाबाद विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के सवाल पर गिरिजा शंकर ने कहा कि बीजेपी से विधायक उनके सगे भाई है. हम साथ-साथ रहे हैं, अगर बीजेपी ने उनके भाई को टिकट दिया तो वे भाई के सामने चुनाव नहीं लडेंगे और ना ही उनके खिलाफ प्रचार करेंगे.