भोपाल।मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के विधानसभा क्षेत्र में सेंध लगा दी है. दतिया के कद्दावर बीजेपी नेता और पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री अवधेश नायक ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है, वहीं सुरखी के बीजेपी नेता राजकुमार सिंह धनौरा ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली है. दोनों ही नेता स्थानीय मंत्रियां के कट्टर राजनीतिक प्रतिद्वंदी और विरोधी हैं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने दोनों नेताओं कांग्रेस की सदस्यता दिलाई. इसके अलावा जानीमानी शायर और राहत इंदौरी की पत्नी अंजुम रहबर ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया है.
कांग्रेस ज्वाइन कर बोले बीजेपी में हो रही प्रताड़ना:बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ कांग्रेस प्रदेश कार्यलय पहुंचे दतिया के कद्दावर बीजेपी नेता अवधेश नायक ने आरोप लगाया कि "दतिया जिले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ ही नहीं, बल्कि बीजेपी नेताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की तरफ से पुलिस अधिकारी तैनात हैं कि अवधेश नायक के समर्थन में कौन-कौन लोग सोशल मीडिया पर कमेंट कर रहा है, ऐसे लोगों पर पुलिस कार्रवाई करती थी. जिला पंचायत का चुनाव लडवाने पर मेरे भतीजे बृजमोहन शर्मा को जेल भिजवा दिया, वह 64 दिन बाद छूटा. इंदौर में रहने वाले मेरे भाई के घर पुलिस को भिजवा दिया, मेरे समर्थकों के खिलाफ लूट के मामले दर्ज किए गए."
अवधेश नायक ने आरोप लगाया कि "हम किसी के घर खाने पर भी चले जाएं, तो उसे दूसरे दिन ही नोटिस पहुंच जाता है. किसी सरपंच के घर चले जाएं, तो उसके खिलाफ रिकवरी के नोटिस पहुंच जाती है, इससे परेशान होकर मैंने पार्टी छोड़ने का निर्णय किया. इसके बाद मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष से लेकर सभी नेताओं के फोन आए, सभी ने कहा कि एक बार आकर बात कर लें. हालांकि मैंने साफ कर दिया कि अब बातचीत के सब रास्ते बंद हो गए, इसके बाद मुझे समझौते के लिए पैसे तक के ऑफर दिए गए." बता दें कि अवधेश नायक ने 2008 में डबरा से भारतीय जनशक्ति पार्टी के टिकट पर नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन वह चुनाव हार गए थे. बीजेपी ने 2016 में उन्हें मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम का उपाध्यक्ष बनाकर राज्यमंत्री का दर्जा दिया था.