भोपाल। मध्य प्रदेश में नामांकन भरने की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी को बागी नेताओं का रुख परेशान कर रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि दोनों ही दलों के कई नेताओं ने निर्दलीय अथवा छोटे दलों की ओर से बतौर उम्मीदवार नामांकन दाखिल किए हैं. (MP Election 2023)
कांग्रेस और भाजपा के असंतुष्ट नेताओं ने भरे नामांकन:राज्य में 17 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए 30 अक्टूबर तक नामांकन भरे गए हैं. नामांकन भरने वालों की संख्या 3,832 है, इसमें बड़ी संख्या में कांग्रेस और भाजपा के ऐसे असंतुष्ट नेता भी शामिल हैं जो टिकट न मिलने के चलते बागी हो गए हैं और उन्होंने नामांकन भी दाखिल कर दिया है.
नाम वापसी के लिए मनाने में जुटी भाजपा और कांग्रेस:भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों को इन बागियों के मैदान में होने के कारण चुनाव में बड़े नुकसान की आशंका सता रही है. नामांकन वापसी की तारीख 2 नवंबर है, लिहाजा दोनों ही दल इन बागियों से सीधे संपर्क कर रहे हैं और उन्हें मनाने में जुटे हुए हैं.
अमित शाह को भाजपा के कुछ नेताओं ने नाम वापस लेने का दिया भरोसा:भाजपा की ओर से तो केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी कई ऐसे नेताओं से दूरभाष पर बातचीत की है जो नाराज होकर नामांकन भर चुके हैं. सूत्रों का कहना है कि कई नेताओं ने दो नवंबर को नामांकन वापस लेने का भरोसा दिलाया है तो वहीं कई दीगर नेता अब भी चुनाव लड़ने की बात पर अड़े हुए हैं.
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