कमलनाथ ने BJP के लिए क्यों कहा- 'याद रखें न काठ की हांडी बार-बार चढ़ती और न भेड़िया आया..भेड़िया आया की कहानी' - बीजेपी पर सौदेबाजी का आरोप
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी व कांग्रेस घोषणा पत्र बनाने की तैयारी जोर-शोर से जुटे हैं. इस बीच कमलनाथ ने बीजेपी पर घोषणा पत्र को लेकर निशाना साधा है. कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी याद रखे न काठ की हांडी बार-बार चढ़ती और न भेड़िया आया, भेड़िया आया की कहानी. बेहतर हो जनता के सामने बीजेपी सुझाव पेटी के बजाए सुलझाव पेटी रख दे.
कमलनाथ ने बीजेपी पर घोषणा पत्र को लेकर निशाना साधा
By
Published : Aug 5, 2023, 7:20 PM IST
भोपाल।बीजेपी का घोषणा पत्र जनता से सुझाव लेकर बनेगा. पिछली बार की तरह इस बार भी पेटी रखी जाएंगी और उन पेटियों में सुझाव मांगे जाएंगे. बीजेपी की इस प्लानिंग पर कमलनाथ ने तंज कसा है. कमलनाथ ने कहा कि भाजपा को ‘सुझाव पेटी’ की जगह जनता की समस्याओं के समाधान के लिए ‘सुलझाव पेटी’ लानी चाहिए. लेकिन भाजपा ऐसा नहीं करेगी क्योंकि लोगों को फ़ालतू के मुद्दों में उलझाये रखने और गुमराह करने में ही वह अपनी राजनीतिक सफलता मानती है. झूठी घोषणाएं करके कब तक जनता से बचोगे.
बीजेपी पर सौदेबाजी का आरोप :पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कहते हैं "सुना है भाजपा अपने घोषणापत्र के लिए विधानसभा क्षेत्रों में ‘सुझाव पेटी’ लेकर जा रही है. जनता सुझाव देने की जगह भाजपा से ये सवाल पूछेगी कि सौदेबाजी कर आपने जनता की चुनी सरकार को क्यों गिराया. मतलब हमारे ‘चुनाव-सुझाव’ के रूप में चुनी हुई सरकार को क्यों गिराया और ये भी कि कितने में गिराया और ख़र्चा किया हुआ पैसा फिर कहां-कहां से कमाया?"
कमलनाथ बोले, बीजेपी को जनता के ये सुझाव :
देश को और न बांटें
नफ़रत और डर फैलाने का एजेंडा बंद करें
महिलाओं का अब और अपमान न करें
नौकरी-परीक्षा के घोटालों से जन्मी बेरोज़गारी से युवाओं को बचाएं
बीजेपी भ्रम में है :कमलनाथ का कहना है "बीजेपी को लग रहा है कि इस बार भी वह जीत जाएगी लेकिन ये उनका भ्रम हैं. भाजपा याद रखे, न काठ की हांडी बार-बार चढ़ती है, न ‘भेड़िया आया-भेड़िया आया’ की कहानी हर बार चलती है. भाजपा का घोषणापत्र हर बार जुमलों का झुनझुना साबित होता है." बता दें कि चुनाव आते ही सभी राजनीतिक पार्टियां जनता को क्या देंगी, इसके लिए वे घोषणा पत्र लाती हैं. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही घोषणा पत्र का फॉर्मेट तैयार करने में लगे हैं. दोनों दल लोक लुभावन वादे कर जनता का दिल जीतना चाहते हैं.